जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया षटतिला एकादशी का महत्व।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सोमवार को होगा षटतिला एकादशी पूजन।
कुरुक्षेत्र, 4 फरवरी : श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने बताया कि हर महीने आने वाली एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित रहता है। हर महीने में दो दिन एकादशी का पूजन व व्रत होता है। उन्होंने बताया कि माघ महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी का त्यौहार मनाया जाता है। षटतिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तिल का भोग लगता है। विद्यापीठ में भी 6 फरवरी को षटतिला एकादशी का पूजन होगा। डा. भारद्वाज ने बताया कि षटतिला एकादशी पर भगवान विष्णु की विधि विधान के साथ पूजा आराधना की जाए तो भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। षटतिला एकादशी का पूजन व व्रत भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। धन में वृद्धि होती है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
विद्यापीठ यज्ञशाला में डा. रणबीर भारद्वाज व अन्य।