नवागंतुक चिकित्सकों के शोध के लिए आयुष विश्वविद्यालय में हुआ देहदान।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के आयुर्वेद अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान में पीपली निवासी अमनदीप सिंह द्वारा अपने पिता स्व बलवंत सिंह का सांसारिक यात्रा पूरी करने के बाद देहदान किया गया। आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने स्व बलवंत के इस कदम को चिकित्सकों एवं समाज के लिए उपयोगी बताया और कहा कि नवागंतुक चिकित्सक उनकी देह पर शोध करेंगे। इसके साथ ही समाज में जाकर जनोपयोगी कार्य करेंगे। अमनदीप सिंह ने बताया कि उनके पिता समाज सुधारक होने के साथ ही तर्कशील विचारों के घोतक थे। उनकी इच्छा थी कि मृत्यु के बाद भी उनकी देह समाज के काम में आए, इसलिए इच्छा पूर्ति हेतु उनकी देह का दान चिकित्सकों के शोध के लिए किया गया है। इस अवसर पर रचना शरीर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सतीश वत्स, सहायक प्रोफेसर डॉ. सचिन शर्मा, डॉ नीरज वर्मा, समाजसेवी तिलक राज और अन्य मौजूद रहे।