गुप्त नवरात्र के चौथे दिन मां आदि शक्ति की होती है पूजा, पूर्ण होती हैं मनोकामनाएं।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में चल रही है गुप्त नवरात्र पूजा।
कुरुक्षेत्र, 13 फरवरी : अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में गुप्त नवरात्रों के अवसर पर नियमित हवन यज्ञ एवं पूजन किया जा रहा है। गुप्त नवरात्रों के चौथे दिन भी बारह ज्योतिर्लिंगों पर अनुष्ठान के बाद लाई गई मां भगवती की अखंड ज्योति पर मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया गया। महंत जगन्नाथ पुरी ने संतों के साथ अखंड ज्योति पर पूजन उपरांत बताया कि नवरात्र के चतुर्थ दिन माता के शक्ति स्वरूप की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नवरात्र के प्रत्येक दिन शक्ति के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्र का चौथा दिन मां कुष्मांडा की आराधना का दिन होता है। वहीं इसी के साथ भुवनेश्वरी का पूजन होता है। पृथ्वी को धारण करने वाली भुवनेश्वरी का पूजन करने से समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवी कुष्मांडा ने इस संसार को पालन करने वाली हैं। यही कारण है कि इन्हें सृष्टि का आदि स्वरूप और आदिशक्ति भी कहा जाता है। इस अवसर पर स्वामी पृथ्वी पुरी, स्वामी संतोषानंद, बिल्लू पुजारी, दर्शन, अनिरुद्ध कुमार, देविका, कोमल एवं सुनिधि इत्यादि भी मौजूद रहे।
महंत जगन्नाथ पुरी।