शबे बारात में जहन्नम से निजात पाना आज़ादी पाना है
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : जुमे की नमाज़ से पहले मस्जिदों में शब ए बारात की मुबारक रात को बयां किया गया, इसी कड़ी में मोती मस्जिद में हाफ़िज़ चाँद खान ने अपनी तक़रीर में कहा कि इस्लामिक कैलेन्डर का आठवां महीना शाबान है। शाबान के महीने में बंदो के आमाल अल्लाह तआला की बारगाह में पेश किए जाते हैं। एक हदीस के मुताबिक शाबान पैगम्बर इस्लाम का महीना है इस महीने में रोजा रखने, कुरआन की तिलावत करने, खुदा का जिक्र करने की बहुत फजीलत है। इतवार को शब-ए-बरात है। इतवार की रात यानी शब-ए-बारात की इबादत एक हजार महीने की इबादत के बराबर है। इसमें लोग रातभर इबादत करने के साथ ही पूर्वजों की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ते हैं और मगफिरत की दुआ करते है पीर के रोज़ मुसलमान रोजा रखेंगे।
शबे बारात में मग़रिब की नमाज़ के बाद तमाम मुसलमान क्रबिस्तान में जाकर अपनो की कब्रो पर मगफिरत की दुआएं करते हैं, दरगाहों पर हाज़री देते हैं मस्जिदों व घरों पर रातभर इबारत करते है और दुआं मांगते हैं सहरी खाकर रोज़ा रखते हैं।शबे बारात के रोज़ एक दूसरे से अपनी खताओ की मांफीतल्फ़ी करते हैं, क्योंकि शबे बारात में ही इंसान के नामा ए अमाल का लेखा जोखा होता हैं।
इस माह की चौदह तारीख की रात यानी शबे बारात के बारे में बहुत फजीलतें हैं हदीसों में आया है कि यह मगफिरत की रात है। अल्लाह तआला इस रात में अपने बंदो के गुनाहों को माफ करते हैं। इस रात में इबादत करने वाले, कुरआन की तिलावत करने,खुदा का जिक्र करने वालों को परवरदिगार इनाम देता हैं।
इस अहम रात में रातभर अल्लाह तआला की इबादत करें। नमाज़ पढ़े,कुरआन की तिलावत करें। खुदा का जिक्र करें। अपने गुनाहों की माफी के लिए अल्लाह से दुआएं करें,अपने रिश्तेदार या पूर्वजों की कब्रों पर जाकर फातिहा पढ़ें।पन्द्रहवीं के दिन में रोजा रखें,गरीबों लाचारों को खाना खिलाएं और मदद करे।इस मुबारक रात में कोई ऐसा काम कतई न करें जिससे किसी शख्स को तकलीफ हो,बेवजह बाईक पर घूमने फिरने में अपनी उन नेकियों को न खोये जो अल्लाह की तरफ से आपको मिलने वाली हैं। आतिशबाज़ी बिल्कुल न करें,कब्रिस्तान के अंदर अगरबत्ती और मोमबत्ती नहीं जलाना चाहिये, बल्कि गेट के बाहर लगाएं,पाक साफ़ कपड़े पहने और ज़्यादा से ज़्यादा इबादतकरें,मस्जिदों,घरों,गलियों,मोहल्लको साफ रखें।
जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने नगर निगम से मांग करते हुए कहा कि शबे बारात में कब्रिस्तानों, दरगाहों,मस्जिदों के आसपास साफ सफाई के साथ पथ प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाये और गली मोहल्लों में भी सीवर लाइन सफाई के अलावा साफ सफाई के पुख्ता इंतेज़ाम रखे जाये।