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दिव्या ज्योति जागृती संस्थान फिरोजपुर के आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यकर्म का किया गया आयोजन

फिरोजपुर 09 फरवरी [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान फिरोजपुर के स्थानीय आश्रम में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या साध्वी कृष्णा भारती जी ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति अपने बाहरी स्वरूप को सुंदर बनाने के लिए भरपूर प्रयास करता है। यह शरीर नाशवान है, एक न एक दिन इसका अंत होना ही है, इसे सुंदर बनाने के लिए मनुष्य तरह-तरह से प्रयास करता रहता है, लेकिन जो शाश्वत है और नष्ट नहीं हो सकता, मनुष्य उसकी चिंता नहीं करता। यह शरीर केवल जन्म से लेकर मृत्यु तक हमारे साथ रहता है, लेकिन हमारे कर्म मृत्यु के बाद भी हमारे साथ बने रहते हैं। आज हम जो कुछ भी हैं, आज हम जो सुख और दुःख अनुभव कर रहे हैं वह हमारे पिछले कर्मों का परिणाम है। अगर हम चाहते हैं कि आने वाला समय खुशियों से भरा हो तो हमें आज ही ऐसे कर्म करने चाहिए। जीवन एक खेत की तरह है, जो हम आज बोते हैं, वही हमें कल काटना पड़ता है। यदि हमें अच्छे परिणाम की आशा है तो आइए आज अच्छे कर्म करें। कर्म एक खेत की तरह है, जैसे बीज बोया जाएगा वैसा ही फल मिलेगा।
साध्वी दीपिका भारती जी ने कहा कि हमारे सभी धार्मिक ग्रंथ, वेद इस बात की गवाही देते हैं कि हमारे कर्म ही हमारा भविष्य निर्धारित करते हैं। कर्म तो मनुष्य करता है, परंतु अच्छे-बुरे कर्मों की समझ सतगुरु के बिना नहीं आ सकता। सतगुरु की शरण में आने पर ही मनुष्य को कर्म का ध्यान रहता है। इसलिए हमें अपने पवित्र धार्मिक वेदों, शास्त्रों की सहायता से पूर्ण संत महापुरुष की खोज करनी चाहिए, जो हमें कर्म के प्रति अंतर्दृष्टि प्रदान करें और हमारे प्रत्येक कार्य को ईश्वर की ओर प्रेरित करें। अंत में गुरु भाई परम जी ने भजन गाए।

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