राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन संपन्न

रायबरेली
रिपोर्टर विपिन राजपूत
राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन संपन्न
रायबरेली, 10 मई 2025
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय रायबरेली में माननीय जनपद न्यायाधीश राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में तथा माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। जिसमें कुल 1,83,367 वाद निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों द्वारा कुल 5993 वाद निस्तारित किये गये तथा कुल अर्थदण्ड रु0 5,92,615(पाँच लाख बन्नबे हजार छः सौ पन्द्रह रुपये) अधिरोपित करते हुए वसूल किये गये।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली के सचिव अपर जिला जज अनुपम शौर्य के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में माननीय जनपद एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार सिंह के द्वारा कुल 1 वाद का निस्तारण किया गया, जिसमें समझौता धनराशि रु0 7,48,560 तय की गयी। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अनुपमा गोपाल निगम के द्वारा 30 वाद, मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण के प्रभारी पीठासीन अधिकारी ध्रुव कुमार तिवारी के द्वारा 19 वाद एवं प्रतिकर धनराशि रु0 1,39,60,000, प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश श्री कुशल पाल द्वारा 02 वाद व अर्थदण्ड रु 500, विशेष न्यायाधीश(एस0सी0/एस0टी0एक्ट) अनिल कुमार-पंचम द्वारा 1 वाद, द्वितीय अपर जनपद न्यायाधीश प्रतिमा द्वारा 1 वाद व समझौता धनराशि रु0 2,10,000 तय की गयी। चतुर्थ अपर जिला जज/विशेष न्यायाधीश ई0सी0एक्ट अमित कुमार पाण्डेय के द्वारा 105 वाद तथा प्रतिकर धनराशि रु0 26,39,523, सप्तम अपर जनपद न्यायाधीश सतीश कुमार त्रिपाठी के द्वारा 01 वाद, विशेष न्यायाधीश पाक्सो रामनेत द्वारा 1 वाद एवं रु0 500 का अर्थदण्ड, अपर जिला जज एफ0टी0सी0-प्रथम अभिषेक सिन्हा के द्वारा 01 वाद व अर्थदण्ड रु 500, अपर जिला जज/एफ0टी0सी0-द्वितीय पल्लवी प्रकाश के द्वारा 1 वाद एवं रु0 500 का अर्थदण्ड, अपर जिला जज/एफ0टी0सी0-तृतीय सुशील कुमार वर्मा के द्वारा 3 वाद एवं रु0 1000 का अर्थदण्ड, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार सिंह के द्वारा 1610 वाद एवं रु0 1,17,600 का अर्थदण्ड, सिविल जज(सी0डि0) अमित मिश्रा के द्वारा 19 वाद व समझौता धनराशि रु0 2,11,10,385 अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम अनिशा के द्वारा 572 वाद एवं रु0 1,09,160 का अर्थदण्ड, अपर सिविल जज(सी0डि0)-प्रथम अमोद कंठ के द्वारा 312 वाद एवं रु0 32,710 का अर्थदण्ड, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-द्वितीय प्रभाष कुमार त्रिपाठी के द्वारा 1519 वाद एवं रु0 2,30,400 का अर्थदण्ड व समझौता धनराशि रु0 6,96,000, चतुर्थ अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डा0 विवेक कुमार-द्वितीय के द्वारा 529 वाद एवं रु0 1350 का अर्थदण्ड, अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय प्रथम चन्द्रमणि मिश्रा के द्वारा 29 वाद, अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वितीय रचना सिंह के द्वारा 13 वाद, अपर सिविल जज(वरिष्ठ संवर्ग) स्वप्निल पाण्डेय द्वारा 410 वाद एवं रु0 80,820 का अर्थदण्ड, सिविल जज(वरिष्ट संवर्ग) कीर्ति किशोर द्वारा 1 वाद, सिविल जज(कनिष्ठ संवर्ग) खैरुननिशाँ के द्वारा 14 वाद निस्तारित किये गये तथा प्रतिकर धनराशि रु0 1,66,40,185 तय की गयी, सिविल जज(जू0डि0) डलमऊ वसुन्धरा शर्मा, रायबरेली के द्वारा 08 वाद व समझौता धनराशि रु0 6,73,990 न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय ज्योति प्रकाश सिंह के द्वारा 172 वाद व अर्थदण्ड रु0 2800, अपर सिविल जज(जू0डि0) प्रथम श्रेया सोलंकी के द्वारा 153 वाद व रु0 2620 का अर्थदण्ड, अपर सिविल जज(जू0डि0)/जे0एम0 द्वितीय श्री शिवम वर्मा के द्वारा 59 वाद व रु0 8400 का अर्थदण्ड, अपर सिविल जज(जू0डि0) अष्टम मनु गुप्ता के द्वारा 75 वाद व रु0 750 का अर्थदण्ड, अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) तृतीय शमवील रिजवान के द्वारा 97 वाद व अर्थदण्ड रु0 1395, ग्राम न्यायालय तहसील-लालगंज देवेश कुमार यादव के द्वारा 30 वाद व रु0 250 अर्थदण्ड, ग्राम न्यायालय तहसील-सलोन अंकित सिन्हा के द्वारा 46 वाद व रु0 450 अर्थदण्ड, अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) नवम हर्षिता सिंह के द्वारा 3 वाद, अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) चतुर्थ नीलांचल चौधरी के 2 वाद, अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) षष्टम समृद्धि मिश्रा के द्वारा 4 वाद, ग्राम न्यायालय तहसील-ऊँचाहार पारितोष प्रकाश के द्वारा 95 वाद व अर्थदण्ड रु0 950, सिविल जज (जू0डि0) एफ0टी0सी0-प्रथम तान्या शर्मा के द्वारा 5 वाद, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट (लघु वाद) एच0एन0 मिश्रा के द्वारा 50 वाद व अर्थदण्ड रु0 500 अधिरोपित करते हुए निस्तारित कर जमा कराये गये। इसके अतिरिक्त जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष मदन लाल निगम द्वारा 11 वाद निस्तारित करते हुए रु0 8,35,832 समझौता धनराशि तय की गयी।
जनपद रायबरेली के समस्त विभागों के द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से कुल 181388 वादों का निस्तारण करते हुए कुल समझौता धनराशि रु0 5,75,14,475(पाँच करोड़ पचहत्तर लाख चौदह हजार चार सौ पचहत्तर रुपये) तय की गयी। इस प्रकार जनपद रायबरेली में राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी विभागों द्वारा कुल 1,83,367 मामले तय किये गये।
इस लोक अदालत में अन्य मामलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में ई-चालान के मामले, चेक बाउंस(एन0आई0एक्ट) के मामले तथा वैवाहिक विवाद के मामले निस्तारित किये गये। तलाक के मुहाने पर खड़े 21 जोड़ों का सुलह-समझौता कराकर वापस घर भेजा गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला कारागार रायबरेली में बंदियों द्वारा बनाई गई सामग्री की प्रदर्शनी दीवानी न्यायालय में प्रदर्शित की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन द्वारा प्रतिभाग किया गया। आमजन की सहायता के लिए न्यायालय परिसर में कई जगह सहायता पटल, हेल्प डेस्क व पानी के स्टाल बनाये गये।