वर्ल्ड बैंक की टीम ने सरस्वती नदी व रिवर रिचार्जिंग सिस्टम का किया दौरा

वर्ल्ड बैंक की टीम ने सरस्वती नदी व रिवर रिचार्जिंग सिस्टम का किया दौरा
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
कुरुक्षेत्र : आज वर्ल्ड बैंक के लिड वॉटर रिसोर्स मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट डॉ. जूप स्टाउटजिस्टिक और डॉक्टर बोगचन बेलनी स्पेशलिस्ट प्रिंसिपल इरीगेशन और ड्रेनेज सिस्टम और भूजल विभाग के अधिकारियों ने सरस्वती रिचार्जिंग सिस्टम को गांव बोहली व ईसरगढ़ में देखा और डिप्टी चेयरमैन धूमन सिंह किरमच ने बताया कि इस सरस्वती नदी के ऊपर हमने ग्यारा रिज़र्व वार स्थापित किए हैं जिनकी वजह से इस अब क्षेत्र का वॉटर लेवल बढ़ा है पिछले 3 साल से सरस्वती नदी में पानी चलने से किसान ख़ुश हैं और सरस्वती इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित हो रही है उनके साथ इरीगेशन के अधिकारी भी शामिल थे उन्होंने हरियाणा की इरीगेशन सिस्टम व मुख्यमंत्री की नायब सैनी की इरिगेशन के अच्छे प्रबंधन के लिए सराहना की।
धूमन सिंह ने बताया कि सरस्वती बोर्ड सरस्वती नदी को रिज़र्व नेट करने के लिए लगा है इस बोर्ड का गठन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने किया था और अब मुख्यमंत्री नायब सैनी की बोर्ड के कामों को आगे बढ़ा रहे हैं हमारा उद्देश्य सरस्वती नदी में बारह महीने पानी चलाने का है जो अभी क़रीब क़रीब छह से सात महीने पानी चलता है और सरस्वती बोर्ड आदिबद्री में एक डैम बैराज व थ्री फिफ्टी एकड़ में एक रिजर्वायर बनाकर सरस्वती नदी में 12 महीने पानी चलाने के लिए प्रयासरत है और वह सपना दूर नहीं है जब जल्द ही 12 महीने सरस्वती में पानी चलेगा
उन्होंने बताया कि सरस्वती नदी हमारी संस्कृति व हमारी सिविलाइजेशन सरस्वती सिंधु घाटी सभ्यता पनपी है सरस्वती नदी और सिंधु नदी के बीच में ही हमारी सिविलाइजेशन पनपी जिस क्षेत्र में हम रह रहे हैं और अब सरस्वती का कार्य उत्तराखंड के बन्दर पूँछ ग्लेशियर से लेकर हिमाचल हरियाणा राजस्थान व गुजरात के रण ऑफ़ कच्छ तक चिह्नित कर लिया गया है जिसमें हरियाणा में 400 किलोमीटर में पानी अभी चल रहा है जो बिलासपुर से लेकर सिरसा ओट्टू हेड तक सरस्वती चौटांग नदी , लिंडा नाला, टांगरी नदी मारकंडा नदी व घाघर नदी व अन्य नालों का पानी लेकर भी आगे सिरसा तक जाती है जिसका अगला पड़ाव राजस्थान में आता है। वर्ल्ड बैंक के दोनों अधिकारियों ने सरकार के सरस्वती नदी प्रोजेक्ट को नदी के किनारे स्थापित रिचार्ज को सराहा।
उनके साथ वीरेंद्र लांबा चीफ एचड्रोलॉजिस्ट, अजीत सिंह एक्सई नवतेज सिंह।