एलयूसीसी फ्रॉड: निवेशकों का सीएम आवास कूच, महिलाओं का फूटा गुस्सा

एलयूसीसी फ्रॉड: निवेशकों का सीएम आवास कूच, महिलाओं का फूटा गुस्सा,
सागर मलिक
सचिवालय की महिलाएं भी बनीं ठगी का शिकार, सीबीआई जांच की उठी मांग
देहरादून। उत्तराखंड में करोड़ों रुपये का घोटाला कर फरार हुई लोनी अर्बन मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी) के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। शनिवार को हजारों की संख्या में निवेशकों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया और जोरदार प्रदर्शन कर अपना पैसा वापस दिलाने की मांग की।
इस ठगी का शिकार हुईं महिलाओं में गृहिणियों के साथ-साथ सचिवालय में काम करने वाली महिलाएं भी शामिल हैं।
शनिवार को दिलाराम चौक से जुलूस शुरू हुआ, लेकिन पुलिस ने हाथीबड़कला के पास बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इसके बाद निवेशकों ने वहीं पर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। नारी क्रांति नारी चेतना संगठन की सैकड़ों महिलाएं भी इस विरोध में शामिल रहीं।
निवेशकों का कहना है कि दिल्ली के बड़े नेताओं की तस्वीरों और झूठे वादों से प्रभावित होकर उन्होंने अपने और रिश्तेदारों के लाखों-करोड़ों रुपये एलयूसीसी में जमा कर दिए।
एक अनुमान के मुताबिक, एलयूसीसी ने उत्तराखंड के लोगों से करीब 800 करोड़ रुपये की ठगी की। हाईकोर्ट ने इस मामले में हाल ही में राज्य सरकार को दो हफ्तों के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि कंपनी ने 2021 में देहरादून, ऋषिकेश और पौड़ी समेत कई जिलों में दफ्तर खोलकर लोगों को कई तरह के लाभ देने का लालच दिया था। लेकिन 2023-24 में अपने सभी दफ्तर बंद कर फरार हो गई। अब तक उत्तराखंड और अन्य राज्यों में कंपनी के खिलाफ 56 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई और पैसा नहीं लौटाया गया तो वे सीबीआई जांच की औपचारिक मांग करेंगे और आंदोलन को और तेज करेंगे।




