उत्तराखंडआपदा के वक्त भी सांसदों का जनता के बीच न होने पर कांग्रेस बिफरी

सागर मलिक
*सांसद अनिल बलूनी और महारानी बताएं, जनता के बीच क्यों नहीं?
देहरादून। उत्तराखंड में आपदा के बीच गढ़वाल और टिहरी की जनता के बीच अपने सांसदों की अनुपस्थिति पर कांग्रेस ने तीखे सवाल उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूरे गढ़वाल में हालात गंभीर हैं, लेकिन दोनों सांसद जनता के बीच कहीं नजर नहीं आ रहे।
धस्माना ने कहा कि ऋषिकेश-गुप्तकाशी और ऋषिकेश-बद्रीनाथ समेत यमुनोत्री और गंगोत्री को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर जगह-जगह भूस्खलन और सड़कें ध्वस्त हैं। कई मार्ग कई दिनों से बंद पड़े हैं। चारधाम यात्रा में अब तक पांच हेलीकॉप्टर हादसे हो चुके हैं और यात्रियों के वाहन दुर्घटनाओं में भी दर्जनों लोगों की मौत हुई है। इसके बावजूद गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी और टिहरी सांसद महारानी विजयलक्ष्मी शाह नदारद हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि गढ़वाल के सांसद आखिरी बार जून के पहले सप्ताह में आए थे, जबकि महारानी तो चुनाव के बाद कभी-कभार ही दिखाई दीं। “यह सब तब हो रहा है जब हजारों संपर्क मार्ग टूट चुके हैं, राजमार्ग बाधित हैं और लोग मुश्किल में हैं। लेकिन दोनों सांसद सिर्फ अखबारों में बयान देने तक सीमित हैं।”
धस्माना ने कहा कि जनता ने लगातार तीन बार भाजपा को पांचों लोकसभा सीटें दीं, लेकिन अब भाजपा सांसद जनता को अपनी जागीर समझने लगे हैं। “उनको यकीन हो गया है कि मोदी जी के नाम पर वोट मिल ही जाएंगे, इसलिए सेवा और संघर्ष की कोई जरूरत नहीं समझते। कांग्रेस इस बेरुखी और असंवेदनशीलता के खिलाफ जनता को जागरूक करती रहेगी।”




