पत्रकार के साथ हर जरूरतमंद की समस्याओं का निवारण करने में हमेशा तत्पर : संजय राठी

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
रोहतक : संजय राठी : एक निर्भीक पत्रकार, सशक्त संगठनकर्ता और जनसंवेदनशील व्यक्तित्व
जन्म एवं प्रारंभिक जीवन।
संजय राठी का जन्म 4 अगस्त 1966 को हरियाणा के झज्जर जिले के गांव भापड़ौदा में एक आध्यात्मिक एवं शिक्षित परिवार में हुआ। आपके पिता श्री दिलबाग सिंह एक विज्ञान शिक्षक थे और माता श्रीमती सावित्री देवी एक धार्मिक प्रवृत्ति की गृहिणी हैं। चार भाई-बहनों में आप सबसे बड़े हैं। आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गवर्नमेंट हाई स्कूल, भापड़ौदा से प्राप्त की।
युवा अवस्था व छात्र जीवन में सक्रियता छात्र जीवन से ही आप नेतृत्व क्षमता के धनी रहे। कॉलेज और विश्वविद्यालयों में आपने छात्र राजनीति, सामाजिक कार्यों और विचार-विमर्श कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लिया। आपकी वाणी में ओज था और विचारों में स्पष्टता, जिससे आप युवाओं के प्रेरणास्त्रोत बनते चले गए।
पर्यावरणीय जागरूकता व सामाजिक सरोकार
आपने जल संरक्षण, वृक्षारोपण और ग्रामीण स्वच्छता अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई। हाल ही में, आपने जवाहर लाल नेहरू कैनाल, रोहतक में नदी पुनर्जीवन अभियान में वरिष्ठ नागरिकों और समाजसेवियों के साथ मिलकर जनजागरूकता फैलाने का कार्य किया।
पत्रकारिता की शुरुआत और संघर्ष
आपने पत्रकारिता की शुरुआत जमीनी स्तर से की। वर्ष 1996 में हरिभूमि समाचार पत्र में बतौर संस्थापक न्यूज़ एडिटर कार्यभार संभाला। इसके बाद आपने एपीएन न्यूज चैनल के चंडीगढ़ ब्यूरो में रेजिडेंट एडिटर के रूप में अपनी भूमिका निभाई। आपकी रिपोर्टिंग में आमजन की आवाज, किसानों-मजदूरों की पीड़ा और राष्ट्रहित सर्वोपरि रहा।
1990 की भीषण आंदोलन और पत्रकार सुरक्षा।
1990 में भिवानी में पत्रकारों के खिलाफ हुए उत्पीड़न के विरोध में हुए ऐतिहासिक आंदोलन में आपने नेतृत्व किया। इसके परिणामस्वरूप, आपको हरियाणा पत्रकार संघ का जिला अध्यक्ष बनाया गया। इसी संघर्षशीलता ने आपको एक संगठक के रूप में स्थापित कर दिया।
संगठनात्मक नेतृत्व और राष्ट्रीय भूमिका
2008: सर्वसम्मति से हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (HUJ) के राज्य अध्यक्ष चुने गए।
2012: नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (India) के राष्ट्रीय सचिव चुने गए।
इसके बाद अलीगढ़ अधिवेशन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्यभार संभाला।
आपने पत्रकारों के अधिकारों, वेतन, सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए निरंतर संघर्ष किया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व
नेपाल, काठमांडू में आयोजित दक्षिण एशियाई देशों के पत्रकार सम्मेलन में भारत की ओर से नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स का प्रतिनिधित्व किया। वहाँ आपने देश रिपोर्ट प्रस्तुत कर भारत में मीडिया की स्थिति, चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर विचार रखे।
यू.एस.ए. के ह्यूस्टन में श्री हर्ष कुमार द्वारा आपको अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा गया।
प्रमुख मंचों और सेमिनारों में सहभागिता
गांधी पीस फाउंडेशन, नई दिल्ली में आयोजित ‘लीड इंडिया एक्सीलेंस अवॉर्ड 2012’ में मंच साझा किया, जिसमें प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजू भी उपस्थित थे।
DRDO के इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस, दिल्ली में आपने विज्ञान और मीडिया पर व्याख्यान दिया।
मैटकैफ हाउस, दिल्ली में DRDO के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए आपने “राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका” पर विचार रखे।
आपने ज़ोर दिया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी को देशी भाषा में प्रस्तुत करना ही असली राष्ट्रसेवा है।
सांस्कृतिक व अकादमिक सम्मानों में उपस्थिति
सोमानी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, रेवाड़ी में मुख्य अतिथि के रूप में छात्र सम्मान समारोह में भाग लिया।
महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट, दिल्ली में UPSC चयनित छात्रों को प्रेरक भाषण देकर सम्मानित किया।
एम.डी. विश्वविद्यालय, रोहतक में अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग मेडलिस्ट अमित पंघाल को सम्मानित किया।
राजनीतिक व प्रशासनिक समागम
आपने अनेक मौकों पर राज्यपालों, मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के साथ पत्रकारिता और लोकतंत्र विषयों पर संवाद किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ स्थित आवास पर विशेष संवाद सत्र में आमंत्रित रहे।
माननीय राज्यपाल (हिमाचल) आचार्य देवव्रत द्वारा पत्रकार समारोह में विशेष सम्मान मिला।
माननीय राज्यपाल (उड़ीसा) प्रो. गणेशीलाल और केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के साथ मंच साझा किया।
अध्यात्मिक जीवन और सम्मान।
आपका आध्यात्मिक झुकाव भी उल्लेखनीय है।
ब्रह्माकुमारीज, माउंट आबू द्वारा आपके सामाजिक योगदान को देखते हुए शॉल देकर सम्मानित किया गया।
जगतगुरु डॉ. चंद्रशेखर शिवाचार्य, काशी द्वारा भी आपको आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय परिषद की अध्यक्षता
15 दिसंबर 2024 को आपको “मीडिया काउंसिल ऑफ जर्नलिस्ट्स” का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। यह न केवल आपके संगठन कौशल की विजय है, बल्कि मीडिया के प्रति आपके समर्पण की राष्ट्रीय स्वीकृति भी है।
सम्मान एवं उपलब्धियां
1000 से अधिक बार विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
12 अगस्त 2025 को आपको राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।
आप हरियाणा सरकार की मीडिया एक्रिडिटेशन समिति के सदस्य (2010 से) हैं।
आप एक सच्चे राष्ट्रवादी, मीडिया विशेषज्ञ, बुद्धिजीवी, और किसानों-मजदूरों की आवाज़ माने जाते हैं।
निष्कर्ष
संजय राठी जी की जीवन यात्रा एक मिशन की तरह है: पत्रकारिता को जनसेवा का माध्यम बनाना, पत्रकारों की गरिमा और सुरक्षा के लिए संघर्ष करना, और युवा पीढ़ी को राष्ट्रनिर्माण की दिशा में प्रेरित करना। उनकी निर्भीकता, संगठन क्षमता और सामाजिक सरोकार उन्हें पत्रकारिता जगत का एक सशक्त स्तंभ बनाते हैं।




