पंजाब में बाढ़ का कहर – दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा पशुओं के लिए दवाइयाँ, चारा और राशन, पशु चिकित्सा सहायता, दुर्गम स्थानों पर सहायता

(पंजाब) फिरोजपुर 09 सितंबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=
पंजाब के कई इलाकों में हाल ही में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। हर घर में पानी घुस गया है, खेत और खड़ी फसलें तबाह हो गई हैं और लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। यह मानवता की एक बड़ी परीक्षा है।
संकट की इस घड़ी में, दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने पंजाब के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार के लिए राहत कार्य शुरू किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के परम शिष्य एवं प्रचारक स्वामी चिन्नामियानन्द जी ने बताया कि संस्थान के प्रचारकगण, संत समाज एवं युवा परिवार सेवा समिति के सदस्यों की टीमें आज सतलुज नदी के किनारे स्थित शीना सिंह वाले झुग्गे में पहुंच रही हैं और अन्य प्रभावित गांवों व कस्बों में जरूरतमंदों को पशुओं के लिए चारा, स्वच्छ पेयजल, कपड़े, दवाइयां, राशन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा रही हैं। गांव वासियों ने बताया कि इससे पहले यहां कोई भी संस्था या लोग सामग्री बांटने या मदद करने नहीं पहुंचे हैं। क्योंकि यहां आने वाले सभी रास्ते बाढ़ के कारण नष्ट हो चुके हैं। पानी अधिक होने के कारण सड़क दिखाई भी नहीं दे रही है और यहां पहुंचना खतरे से खाली नहीं है। संस्थान द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर श्री आशुतोष महाराज फार्मेसी के चिकित्सकों व पशु चिकित्सकों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर प्रभावित लोगों व पशुओं का निःशुल्क उपचार कर दवाइयां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। तथा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर परिवार तक सामान पहुंचे और किसी को भूखा या बेसहारा न रहना पड़े। बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण तथा बुजुर्गों के आवश्यक उपचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई लोग व संस्थाएँ सूखा राशन व पानी उपलब्ध करा रही हैं, लेकिन चिकित्सा सहायता और पशुओं के लिए चारा बहुत कम पहुँच रहा है, इसलिए हमारा संस्थान इन वस्तुओं को ज़रूरतमंदों तक पहुँचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। स्वामी जी ने कहा, “यह आपसी एकता और भाईचारे की भावना को पुनर्जीवित करने का समय है। बाढ़ प्रभावित भाई-बहनों की मदद करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। हम सभी से अपील करते हैं कि जो भी सक्षम हो, इस सेवा में अपना योगदान दे।” पंजाब की धरती हमेशा से सेवा, सहयोग और भाईचारे के लिए जानी जाती रही है। आज फिर से यह आवश्यक है कि हम सब मिलकर बाढ़ प्रभावित परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लौटाएँ। उन्होंने कहा कि खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई हैं और लोगों की आजीविका का भारी नुकसान हुआ है। यह कठिन समय हमारे समाज के साहस और एकता की परीक्षा ले रहा है।
स्वामी चंद्रशेखर जी ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में राहत सामग्री के साथ-साथ पुनर्वास कार्य भी किया जाए। लोगों के घरों का पुनर्निर्माण, बच्चों की शिक्षा को पटरी पर लाने और बेरोजगार परिवारों को आजीविका प्रदान करने के प्रयास किए जाएँगे। आज के राहत कार्य में स्वामी चिन्मयानंद जी, स्वामी चन्द्रशेखर जी, कुलविंदर जी, जसवीर जी, डॉ. हरप्रीत सिंह, डॉ. विनायक जी, पशुचिकित्सक डॉ. गुरनाम सिंह, कुलवंत सिंह मान, लवप्रीत सिंह बराड़, निशांत, मनोज, मेजर सिंह, निशान सिंह, परमिंदर सिंह, गुरुमीत कंबोज, पलक कुमार, अशोक कुमार, गुरनाम सिंह, सुरिंदर सिंह बंटी, कुलवंत सिंह और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।