जिलाधिकारी ने जनपद के सम्मानित नागरिकों से अपील करी कि विकसित भारत- विकसित उत्तर प्रदेश@2047 के अन्तर्गत देश व प्रदेश के विकास हेतु दें अपने अमूल्य सुझाव

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने जनपद वासियों से अपील की है कि उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने की दिशा में शुरू हुआ ‘समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ अभियान को सफल बनाने हेतु जगह-जगह लगाए गए क्यूआर कोड के माध्यम से अपने बहुमूल्य सुझाव भेजें।
मा0 प्रधानमंत्री व मा0 मुख्यमंत्री जी की एक दूरदर्शी पहल विकसित भारत- विकसित उत्तर प्रदेश@2047 के अन्तर्गत भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से समावेशी विकास, तकनीकी नवाचार और सतत प्रगति के मिशन को आधारित किया गया है। इस मिशन में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करते हुए एक प्रबुद्ध समान और वैश्विक स्तर पर सम्मानित राज्य का निर्माण करने हेतु अपने सुझाव अवश्य भेजें।
विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश, शताब्दी संकल्प@2047 एवं समृद्धि का शताब्दी वर्ष के मिशन को दिशा प्रदान करने एवं पथ प्रदर्शन हेतु एक विजन डॉक्यूमेंट बनाया जाना प्रस्तावित है। यह विजन डॉक्यूमेंट 03 थीम-अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति, जीवन शक्ति एवं 12 सेक्टर-कृषि एवं संबद्ध, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास आई0टी0 एवं इमेजिंग प्रौद्योगिक, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तैयार किया जाएगा, जिस हेतु कोई भी जनमानस https://samarthuttarpradesh.up.gov.in पर क्यूआर स्कैन करके अपना बहुमूल्य सुझाव दें सकते हैं।
उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने हेतु एक महीने तक सुझाव संकलन अभियान चलेगा। जनपद के सभी नागरिकों का दायित्व है कि अपने अमूल्य सुझाव देकर इसलिए अभियान का हिस्सा बने और अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जनपद में विभिन्न प्रमुख स्थानों पर लगाए गई क्यूआर कोड स्कैन कर नागरिक अपने सुझाव समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल पर भेज रहे है। युवाओं में विशेष रूप से इस अभियान को लेकर एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है। अब एक जन आंदोलन का रूप लेने लगा है। खास बात यह है कि अभियान में आम नागरिक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी अपनी राय और सुझाव उत्साहपूर्वक साझा कर रहे हैं।शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, डिजिटल इंडिया और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक सभी अपनी बात रख रहे हैं। यह अभियान इस मायने में खास है कि पहली बार सामान्य नागरिक सीधे नीति-निर्माण प्रक्रिया में डिजिटल माध्यम से भागीदारी कर रहे हैं।
इस अभियान का एक अनोखा पहलू यह भी है कि लोग न केवल समस्याएँ बता रहे हैं, बल्कि उनके नवाचारी समाधान भी सुझा रहे हैं। कहीं कोई गाँव का छात्र गांव की वेबसाइट बनाने का आइडिया दे रहा है, तो कहीं किसान जैविक खेती को बढ़ावा देने के व्यावहारिक तरीके सुझा रहे हैं।