20 टीबी रोगियों को वितरित की गयी पोषण पोटली

रायबरेली Reporter Vipin Rajput
20 टीबी रोगियों को वितरित की गयी पोषण पोटली
रायबरेली, 16 दिसम्बर 2025 ।
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत विजय दिवस
के अवसर श्री परेश कृपलानी एवं महेश कृपलानी जी के द्वारा 20 क्षय रोगियों को गोद लिया गया एवं उन्हें पोषण पोटली वितरित की गयी ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन चन्द्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेकर समाज के सभ्रांत लोगों, शैक्षणिक व औद्योगिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों से टीबी रोगियों को गोद लेने का आह्वाहन किया गया | जिसका परिणाम यह हुआ है कि संगठनों व व्यक्तिगत रूप से लोगों द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेकर न केवल उन्हें पोषणात्मक बल्कि भावनात्मक रूप से सहयोग किया जा रहा है | गोद लेने से टीबी रोगियों को मानसिक संबल मिलता है | गोद लेने का मतलब टीबी रोगियों को केवल पोषण पोटली ही नहीं देना है | उन्हें किसी भी तरह से सहयोग दिया जा सकता है | टीबी के इलाज में पोषण का उतना ही महत्व है जितना कि नियमति दवाओं के सेवन का |
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ अनुपम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के टीबी मुक्त भारत अभियान के अनुरूप ‘टीबी उन्मूलन 2025’ का लक्ष्य पोषण और जागरूकता पर आधारित है। निक्षय मित्र योजना के तहत सामाजिक संगठनों की सहभागिता इस अभियान को गति प्रदान करती है जो कि टीबी रोगियों का मनोबल बढ़ाने वाला महत्वपूर्ण कदम है। टीबी की जाँच, इलाज सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर निशुल्क उपलब्ध है |
उप जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ शम्स रिज़वान ने बताया कि पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत ₹1000/- प्रति की धनराशी इलाज के दौरान टीबी मरीज के खाते में भेजी जाती है |
जिला प्रोग्राम समन्वयक अभय मिश्रा ने बताया टीब के लक्षण हैं – किसी को भी दो सप्ताह से अधिक खांसी, खांसी के साथ खून का आना, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, वज़न कम होना, बुखार का आना, शाम को बुखार आना, रात में पसीना आना, गले में गिल्टियां होना आदि| ये लक्षण किसी व्यक्ति को हो तो उसे नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर इलाज कराएं | स्त्रियों में बांझपन के लिए टीबी भी एक कारण है |
जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिन मरीजों को पोषण पोटली मिली है उनकी भी जिम्मेदारी है कि वे अपने आसपास के लोगो को भी जागरूक करें |
इस अवसर पर भारत सरकार की तरफ से उक्त कार्यक्रम मे पीएमडीटी समन्वयक अतुल कुमार, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक के के श्रीवास्तव, वरिष्ठ लैब पर्यवेक्षक दिलीप सिंह एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रही।



