दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज क्षेत्र में स्थित वन विश्राम गृह में गत दिवस शनिवार को जैव विविधता प्रबन्ध समितियों के सुदृढ़ीकरण एवं क्षमता विकास के लिए सीबीगंज स्थित वन विश्राम गृह में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारम्भ बरेली के रुहेलखण्ड जोन के मुख्य वन संरक्षक बी प्रभाकर, सचिव उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड उप्र लखनऊ द्वारा किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता आशुबोध कुमार पंत, सलाहकार, उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड उत्तर प्रदेश, लखनऊ ने जैव विविधता के प्रकार, आवश्यकता एवं उद्देश्य, महत्व उसके संरक्षण एवं सर्वधन, जैव विविधता समिति का गठन एवं कार्य पर विस्तृत रूप से व्याख्या की। जिसमें मुख्य रुप से जैव विविधता क्या है उसके बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि जैव विविधिता पृथ्वी के सभी प्रकार के जीवन की किस्में अर्थात् स्थलीय, समुद्री और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र शामिल है। इसमें तीन स्तरों पर विविधता शामिल है: आनुवंशिक विविधिता (प्रजाति के अन्दर), प्रजाति विविधता (प्रजातियों के बीच) और पारिस्थितिक तंत्र विविधता)। हमारा देश जैव विविधता की दृष्टि से विश्व के 12 वृहद् विविधतापूर्ण (मेगा डाईबर्सिटी) देशों में से एक है। विश्व में लगभग 2.5 प्रतिशत भू-भाग क्षेत्र वाला भारत वैश्विक प्रजातियों में से लगभग 7.5 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्यशाला में विजय सिंह वन संरक्षक एंव क्षेत्रीय निदेशक बरेली वृत्त बरेली द्वारा भी जैव विविधता प्रबन्ध समितियों के सुदृढ़ीकरण एवं क्षमता विकास कार्य पर विचार व्यक्त किये गये।
कार्यशाला में मुख्य रुप से बी प्रभाकर आईएफएस, मुख्य वन संरक्षक, रुहेलखण्ड जोन, उत्तर प्रदेश बरेली, विजय सिंह वन संरक्षक एंव क्षेत्रीय निदेशक बरेली वृत्त बरेली, रमेश चन्द्र वन संरक्षक एंव क्षेत्रीय निदेशक मुरादाबाद वृत्त मुरादाबाद, समीर कुमार प्रभागीय वनाधिकारी बरेली एवं रुहेलखण्ड जोन के समस्त प्रभागीय वनाधिकारी, समस्त उप प्रभागीय वनाधिकारी, समस्त क्षेत्रीय वनाधिकारी तथा पूरे जोन से जनप्रतिनिधि, प्रधान तथा जैव विविधता समितियों से जुड़े हुये लोग उपस्थित हुये।
कार्यशाला में जैव विविधता अधिनियम 2002 के प्रविधानों का बोध करवाकर जैव विविधता एवं जैव संसाधनों के उपयुक्त प्रबन्धन हेतु वन विभाग के अधिकारियो, कर्मचारीयों एंव ग्राम प्रधानों को जागरुक किया गया। वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक, वन एवं वन्य जीव, बरेली वृत्त बरेली।