उत्तराखंड देहरादून विधवा बुजुर्ग और गरीबों की फरियाद पर प्रशासन का एक्शन

सागर मलिक
डीएम जनसुनवाई में हुआ समाधान
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में सोमवार को ऋषिपर्णा सभागार में जनता दर्शन एवं जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इसमें दूरदराज़ क्षेत्रों से आए 144 लोगों ने अपनी समस्याएं और शिकायतें रखीं। जिलाधिकारी ने अधिकांश शिकायतों का मौके पर ही समाधान करते हुए शेष मामलों पर संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में अवैध अतिक्रमण, भूमि सीमांकन, आपदा प्रभावित सहायता, पेयजल, शिक्षा, घरेलू विवाद, एमडीडीए, नगर निगम, पुलिस, आर्थिक सहायता और मुआवज़ा जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठाए गए। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विभागीय अधिकारी जन समस्याओं को गंभीरता से लें और प्राथमिकता पर निस्तारण सुनिश्चित करें।
मेहूवाला निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने बहू द्वारा मारपीट व घर पर कब्जे की शिकायत की, जिस पर डीएम ने भरण-पोषण अधिनियम के अंतर्गत अभियोग दर्ज करने के निर्देश दिए।
वहीं, विधवा विशाखा ने शिकायत की कि पति के निधन के बाद बैंक ऋण का बीमा क्लेम कंपनी नहीं दे रही है। इस पर जिलाधिकारी ने जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और संकेत दिए कि संबंधित फर्म पर जल्द बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
डालनवाला निवासी अनुराधा देवी ने भी पति के निधन के बाद बैंक बीमा क्लेम न मिलने की फरियाद रखी, जिस पर डीएम ने एएसडीएम सदर को आवश्यक दस्तावेज लेकर शीघ्र रिपोर्ट पेश करने को कहा।
इसी तरह पथरिया पीर निवासी नीतू ने स्वरोजगार ऋण स्वीकृत न होने की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर डीएम ने जीएमडीआई से एटीआर मांगी।
एमडीडीए मानकों के विरुद्ध बहुमंजिला भवन निर्माण, दीवार से करंट आने, पति द्वारा घर से निकाले जाने भूमि पर अवैध कब्ज़ा, अधिग्रहण मुआवज़ा न मिलने, राशन दुकान की दूरी, नेटवर्क समस्या और पेड़ों की लापिंग जैसी शिकायतों पर भी तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागों को रिपोर्ट व कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
जनसुनवाई में उपस्थित फरियादियों ने पारिवारिक भूमि विवाद, रजिस्ट्री और निजी भूमि से कब्जा हटवाने जैसी समस्याएं भी रखीं।
कार्यक्रम में एडीएम (एफआर) केके मिश्रा, एसडीएम स्मृता परमार, एसडीएम अपूर्वा सिंह, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह सहित जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।