उत्तराखंड में बनेगा एआई और साइबर सुरक्षा हब,

उत्तराखंड को बनेगा एआई और साइबर सुरक्षा हब: प्रदेश सरकार ने टाटा ट्रस्ट, नैस्कॉम और वाधवानी फाउंडेशन के साथ किया ऐतिहासिक समझौता
देहरादून। उत्तराखंड को आधुनिक तकनीकी क्रांति की दिशा में अग्रणी बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। तकनीकी कौशल, रोजगारपरक शिक्षा और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने टाटा ट्रस्ट, नैस्कॉम और वाधवानी फाउंडेशन के साथ एक त्रिपक्षीय स्मरणीय समझौता (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते के अंतर्गत, उत्तराखंड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), साइबर सुरक्षा, ग्रीन एनर्जी, टेलीमेडिसिन, जल प्रबंधन, पोषण और ग्रामीण आजीविका जैसे क्षेत्रों में व्यापक कार्य किया जाएगा। इसका लक्ष्य है राज्य में आधुनिक और रोजगारोन्मुखी मानव संसाधन का निर्माण करना जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम हो।
हर जिले में बनेगा एक ‘मेंटॉर मॉडल कॉलेज’
इस पहल के तहत, प्रदेश के हर जिले में एक मॉडल कॉलेज को ‘मेंटॉर संस्थान’ के रूप में विकसित किया जाएगा। ये संस्थान छात्रों को उभरती तकनीकों में प्रशिक्षित करेंगे, जिससे उन्हें वैश्विक अवसरों के लिए तैयार किया जा सके।
समावेशी और सतत विकास की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “हमारी सरकार केवल शहरी नहीं, बल्कि ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं तक भी तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे हैं।”
सरकार का यह कदम उत्तराखंड को न केवल तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाएगा, बल्कि इसे देश का एक प्रमुख एआई और साइबर सुरक्षा हब के रूप में भी स्थापित कर।