प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका को 50 हजार की रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : 50 हजार रुपये रिश्वत लेते प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका गिरफ्तार, ठेकेदार से मांगा था कमीशन
ठेकेदार राजकुमार ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि रिश्वत नहीं मिलने पर वह काम की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत कर भुगतान रुकवाने की धमकी भी देती थी। स्कूल में निर्माण कार्यों के दौरान भी उनसे रुपये लिए गए थे। परेशान होकर उन्होंने एंटी करप्शन से शिकायत की।
कोतवाली में दर्ज कराई गई रिपोर्ट एंटी करप्शन की ट्रैप टीम प्रभारी प्रवीण सान्याल ने बताया कि ठेकेदार की शिकायत पर टीम ने प्रधानाध्यापिका सरिता वर्मा को रंगेहाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया। सरिता वर्मा ने बुधवार को ठेकेदार राजकुमार को 50 हजार रुपये लेकर विद्यालय बुलाया था। ठेकेदार ने दोपहर 12:15 बजे प्रधानाध्यापिका को रिश्वत के 50 हजार रुपये दिए। इसी दौरान एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रधानाध्यापिका के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पति के खाते में ऑनलाइन लिए थे एक लाख रुपये
ठेकेदार राजकुमार ने बताया कि स्कूल में निर्माण संबंधी काम का कुल बजट नौ लाख रुपये था। इसमें से ठेकेदार को चार लाख रुपये का भुगतान किया गया था। एक लाख रुपये कमीशन के तौर पर प्रधानाध्यापिका के पति उमेश कुमार सिंह ने अपने खाते में ऑनलाइन ले लिए।
बाकी रुपयों के भुगतान के लिए वह एक लाख रुपये और मांग रही थी। इसकी शिकायत उसने बीईओ समेत विभागीय अधिकारियों और संबंधित अभियंता से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रधानाध्यापिका और ठेकेदार के बीच रुपयों के लेन-देन की बात व्हाट्सएप पर की जा रही थी।
बीएसए संजय सिंह ने कहा कि म्यूडी खुर्द प्राथमिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किए जाने का प्रकरण संज्ञान में आया है। प्रधानाध्यापिका के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी।