भवन निर्माण तकनीक पर हुआ मंथन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
स्किल डिपार्टमेंट ऑफ़ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड टेक्नोलाजी, ग्रीन टेक्नोलॉजी, ऑटोमोटिव स्टडीज़ और इंडस्ट्री 4.0 के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई कार्यशाला।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में भवन निर्माण तकनीक पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में भवन निर्माण की विविध तकनीकों पर मंथन किया गया। क़ैड-कैम के माध्यम से भवन निर्माण को सुन्दर और टिकाऊ बनाने पर भी विचार विमर्श हुआ। इंस्पायर डिजाइन स्टूडियो के निदेशक मोहित भट्टी ने स्किल डिपार्टमेंट ऑफ़ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड टेक्नोलाजी, ग्रीन टेक्नोलॉजी, ऑटोमोटिव स्टडीज़ और इंडस्ट्री 4.0 के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को क़ैड- कैम के लाभ बताए और साथ ही भवन निर्माण में तकनीक के समावेश के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से न केवल भवन सुन्दर बनाए जा सकते हैं, बल्कि उनको अपेक्षाकृत और मज़बूत बनाया जा सकता है।
आर्किटेक्ट कृतिका शर्मा ने कहा कि क़ैड-कैम के माध्यम से भवन निर्माण से जुड़े लोगों को काफ़ी सहूलियत मिलती है। विद्यार्थियों को इसका प्रयोग अच्छे से सीखना चाहिए।
कार्यवाहक कुलसचिव एवं अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि सिविल इंजीनियरिंग से जुड़े सभी आयामों के लिए कैड बहुत उपयोगी है। ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन से विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
इससे पूर्व स्किल डिपार्टमेंट ऑफ़ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर ए. के. वाटल ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को क़ैड-कैम के इस्तेमाल से रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे।
डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव और डीन प्रोफ़ेसर कुलवंत सिंह ने भी विद्यार्थियों को तकनीक के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर डॉ. महेश शर्मा, सहायक प्रोफेसर दीपिका पोरिये, भुवी शर्मा, उपकार सिंह और प्रदीप कुमार सहित कई शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते प्रोफेसर ए. के. वातल।