तपती गर्मी में प्रदेश भर में स्वच्छता की अलख जगाने निकले मुख्यमंत्री के स्वच्छता दूत सुभाष चन्द्र।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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विभिन्न जिलों का दौरा कर ले रहे हैं स्वच्छता का जायजा।
चंडीगढ़ : महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें। महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को पूरा करने के लिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया। हरियाणा प्रदेश में इसके सफल कार्यान्वयन को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में पहली बार स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा का गठन किया फिर एक कदम ओर आगे बढ़ाते हुए मुख्य मंत्री मनोहर लाल ने अपने चेयरमैनशिप में एक मिशन की गवर्निग बॉडी का गठन किया जिसमें कार्यकारी उपाध्यक्ष का दायित्व उन्होने अपने अत्यंत विश्वास पात्र सुभाष चन्द्र को सौंपा। विषय की गंभीरता को समझते हुए मुख्य मंत्री ने मिशन की राज्य स्तरीय स्वच्छता टास्क फोर्स का गठन किया जिसका चेयरमैन पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल सिंह ढांडा को बनाया और वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र को बनाया। उनको यह जिम्मेदारी क्यों दी गई इसके पीछे कई कारण है। युवा है ऊर्जावान और नई सोच को लेकर चलने वाले सुभाष चंद्र की पहचान एक उच्च शिक्षाविद, लेखक व पत्रकार के साथ साथ जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान चलाने वाले एक कर्मठ समाजसेवी के रूप में रही है। मुख्यमंत्री ने उनकी इस प्रतिभा को पहचाना और उन्हें देश की पहली राज्य स्तरीय स्वच्छता टास्क फोर्स का वाइस चेयरमैन बनाया। स्वच्छता के प्रति उनकी कर्मठता और गंभीरता का अंदाजा इसी बात को लेकर लगाया जा सकता है कि उन्होंने लोगों में सफाई के प्रति जन जागरण के लिए अब तक 3 लाख किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है। यही नहीं इसे जन आंदोलन बनाने के लिए वे 7 से 8 बार हरियाणा का दौरा भी कर चुके हैं।
आजकल प्रदेश में गर्मी अपने यौवन पर है, पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी, लू पड़ रही है। मेहनत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ से प्रेरणा लेकर स्वच्छता दूत के रूप में विख्यात सुभाष चंद्र एक बार फिर से पूरे प्रदेश के दौरे पर निकल चुके हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में किस प्रकार से हरियाणा देश का सिरमौर बने इसके लिए वे जिला अनुसार दौरे पर निकले हैं। अपने प्रथम चरण में सुभाष चन्द्र दक्षिण हरियाणा के झज्जर, नारनौल, रेवाड़ी, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम व सोनीपत का दौरा कर चुके हैं, जबकि दूसरे चरण में रोहतक, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद व सिरसा जा रहे हैं। तीसरे चरण में वे जींद,कैथल कुरुक्षेत्र, यमुना नगर,पंचकुला अंबाला करनाल व पानीपत पर जा रहे हैं। अपने इस दौरे पर वह मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई जिला टास्क फोर्स के ग्रामीण/शहरी सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों की बैठकें, सामाजिक लोगो को स्वच्छता मिशन से जोड़ने, स्वच्छता श्रमदान चलाकर स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा को कैसे गति मिले इसकी रूपरेखा बना रहे हैं। इन कार्यक्रमों का मकसद जिले की स्वच्छता रैंकिंग बेहतर करना है। इस दौरान वे अपने साथ स्टेट टास्क फोर्स के सदस्यों को भी लेते हैं ताकि बाद में यह सभी सदस्य इनके साथ तालमेल कर अपने-अपने जिले को उच्च रैंकिंग दिलवा सकें।
इस दौरान वे मिशन की अत्यंत महत्वपूर्ण मोतियों स्वच्छता सैनिकों को सम्मानित भी करते हैं और जन मानस को भी मिशन में अपनी- अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील करते हैं।उनका मानना है कि कठिन परिश्रम से ही प्रदेश को स्वच्छता सर्वेक्षण में सम्मानजनक स्थान मिला है और आगे भी मिलेगा।
उनके द्वारा धरातल पर किए गए सुधार कार्यों के चलते स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में हरियाणा देश भर में टॉप टेन में जगह बनाने में कामयाब रहा। जबकि प्रदेश के तीन शहरों ने शीर्ष 100 में जगह बनाई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में गुरुग्राम को 19वां, फरीदाबाद को 36वां और रोहतक को 38वां रैंक मिला था।
गौरतलब है कि जब से प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुभाष चंद्र को यह दायित्व सौंपा है तब से ही वे दिन रात अथक परिश्रम से मिशन कार्य में लगे हुए हैं और अनेक बार प्रदेश को देश भर में बेहतर रैंकिंग पर लेकर आये है। स्वयं प्रधानमंत्री भी अपनी बैठकों में हरियाणा के स्वच्छता अभियान की कई बार चर्चा कर चुके हैं। मिशन के वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल उन्हें हमेशा कहते है कि जब तक आप इस मिशन को गैर सरकारी नहीं बनाएंगे तब तक यह असरदारी नहीं बनेगा। मिशन को सामाजिक बनाने के लिए उन्होंने अब दो महीने पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला टास्क फोर्स का गठन किया, जिसमें सामाजिक गणमान्य लोगों को जोड़ा गया है। इन सभी का उत्साहवर्धन करने और उन्हें स्वच्छता से जोड़ने में सुभाष चंद्र खूब पसीना बहा रहे हैं ताकि मुख्यमंत्री जो स्वच्छता का सपना देख रहे हैं उसे पूरा किया जा सके।
स्वच्छता दूत सुभाष चंद्र का संकल्प है कि हम सब मिलकर अपने प्रदेश को देश का आदर्श बनाएं और ये प्रदेशवासियों के सहयोग से संभव होगा। अप्रैल माह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में जिला टास्क फोर्स का गठन किया। गठन होते ही सुभाष चंद्र ने सभी सदस्यों के साथ परिचयात्मक बैठकें वर्चुअल माध्यम से की। 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर जिला अनुसार स्वच्छता महा श्रमदान किया गया जो 21 जिलों में संपन्न हुआ। मई माह में सभी जिलों के जिला टास्क फोर्स की बैठकों का लक्ष्य है ताकि सभी अपने अपने जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में उच्च स्थान प्राप्त कर सकें। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से मिलकर संकल्प लेने का आह्वान किया कि सभी मिलकर महात्मा गांधी जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सपने को साकार करें और अपनी भावी पीढ़ी को एक स्वच्छ व सुंदर वातावरण दे सकें।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत हरियाणा सरकार द्वारा किए गए ठोस प्रयासों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के गॉंवों, कस्बों और शहरों की तस्वीर बदल गई है। प्रदेश अब स्वच्छ राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा है। मिशन द्वारा किए गए ठोस प्रयासों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के गॉंवों, कस्बों और शहरों की तस्वीर बदल गई है। प्रदेश अब स्वच्छ राज्य के रूप में पहचाना जाने लगा है। हरियाणा को केंद्र सरकार तथा अन्य संस्थाओं से मिले पुरस्कार इसकी तस्दीक करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में हरियाणा को स्वच्छता के क्षेत्र में दर्जनों पुरस्कार हासिल हुए है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार स्वच्छता को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री की सोच है कि शहर और गांव को सुंदर तथा स्वच्छ बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति का जागरूक होना जरूरी है। जब प्रत्येक व्यक्ति सफाई का महत्व समझने लगेगा और अपने आस-पास सफाई का ध्यान रखेगा तो हमारे गली-मोहल्ले, गांव-शहर, देश-प्रदेश भी स्वच्छता की ओर बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत दिवस-2020 पर सर्वाधिक ओडीएफ प्लस गांव होने पर हरियाणा को देश में प्रथम पुरस्कार मिला। इसके अलावा हरियाणा को स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के तहत स्टेट अवार्ड हासिल हुआ है। नगर निगम गुरुग्राम को सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज अवार्ड से सम्मानित किया गया है। नगर निगम करनाल, रोहतक व गुरुग्राम को गार्बेज-फ्री सिटी अवार्ड हासिल हुआ है। वहीं प्रदेश के 49 नगर निकाय ओडीएफ प्लस तथा 13 नगर निकाय ओडीएफ प्लस प्लस प्रमाणित किए गए हैं। देश का पहला एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन बिजली उत्पादन संयंत्र पीपीपी मोड पर मुरथल, जिला सोनीपत में स्थापित किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 1 लाख से अधिक घरेलू शौचालयों, 4 हजार से अधिक सामुदायिक शौचालयों व लगभग 7 हजार सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। प्रथम चरण में लगभग 1100 गांवों में घर-द्वार से कूड़ा-कचरा उठाने का काम शुरू किया गया है।
सुभाष चन्द्र ने कहा कि हमने स्वच्छ भारत मिशन के तहत काफी सफलता हासिल की है, परंतु अभी बहुत कार्य किया जाना बाकी है। हमें प्रदेश के हर घर तक पहुंचना है और यह सुनिश्चित करना है कि सभी लोग स्वच्छता की सुविधाओं से युक्त हों और स्वच्छ व्यवहारों को सदैव अपनाते रहे। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य केवल आसपास की सफाई करना ही नहीं है अपितु नागरिकों की सहभागिता से अधिक-से अधिक पेड़ लगाना, कचरा मुक्त वातावरण बनाना, शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराकर एक स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है। स्वच्छ भारत मिशन द्वारा समय-समय स्वच्छता को लेकर जागरूता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और विभिन्न सरकारी कार्यालयों, नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर लगातार निगरानी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता समाज की सबसे बड़ी जरूरत है और सभी के सहयोग से ही स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत का सपना साकार हो सकता है। लेखक : पवन कुमार शर्मा (सद्स्य स्टेट टास्क फोर्स स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार) व वरिष्ठ पत्रकार।