भारतीय किसान यूनियन सुनील के रेल रोको आंदोलन से पहले ही कोतवाली पुलिस, जीआरपी एवं आरपीएफ के अधिकारियों ने आवास पर पहुँच कर किया नजर बंद

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : मथुरा गत दिवस भारतीय किसान यूनियन सुनील का भूमि अधिग्रहण के उचित मुआवजे की मांग के लिए रेल रोको आंदोलन था लेकिन उससे पहले ही कोतवाली पुलिस जीआरपी आरपीएफ के अधिकारियों ने भारतीय किसान यूनियन सुनील के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी के चौबिया पाड़ा स्थित आवास पर पहुंचकर सभी किसान नेताओं को नजर बंद कर दिया आज सुबह आरपीएफ के कमांडेंट आरपीएफ के इंस्पेक्टर जीआरपी के इंस्पेक्टर होली गेट चौकी इंचार्ज सनोज शर्मा जी ने पुलिस फोर्स के साथ पवन चतुर्वेदी के आवास पर पहुंचकर नजर बंद कर दिया उसके 1 घंटे के बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी को कोतवाली ले गए कोतवाली में किसान नेताओं ने रेल मंत्री के नाम ज्ञापन उप मुख्य इंजीनियर रेलवे को सोपा
उसके बाद किसान नेता अपने घर वापस आए
आज सुबह ही दर्जनों पुलिस के जवानों ने पवन चतुर्वेदी के आवास को घेर लिया किसी भी किसान नेता को घर से नहीं निकलने दिया
भारतीय किसान यूनियन सुनील के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी ने कहा आज राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी जी के निर्देश पर रेल लोको आंदोलन था लेकिन सभी किसान नेताओं को पुलिस द्वारा नजर बंद कर दिया गया लेकिन यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है कोटा मौजा गांव मथुरा वृंदावन नगर निगम में आता है लेकिन रेलवे के अधिकारी यहां के किसानों को ग्रामीण एग्रीकल्चर रेट का मुआवजा देकर ठगने का काम कर रहे हैं ऐसा भारतीय किसान यूनियन सुनील के कार्यकर्ता पदाधिकारी नहीं होने देंगे कोटा मौजा गांव मथुरा वृंदावन नगर निगम में आता है तो यहां के किसानों को मथुरा वृंदावन नगर निगम के सर्किल रेट के हिसाब से 75 00 वर्ग मीटर का का चुगना मुआवजा दिया जाए जिन किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है उन किसानों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी का लाभ दिया जाए इन सभी मांगों के लिए 148 दिन से देश का अन्नदाता किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर डटा हुआ है लेकिन किसान विरोधी जिला प्रशासन रेलवे के अधिकारी राजस्व विभाग के अधिकारी कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं 148 दिन से चल रहा धरना जिला प्रशासन को नहीं दिख रहा जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक यह आंदोलन निरंतर चलता रहेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन रेलवे अधिकारियों राजस्व विभाग के अधिकारियों की होगी । नजर बंद होने वाले किसान नेताओं में प्रमुख रूप से भारतीय किसान यूनियन सुनील के उत्तर प्रदेश के महासचिव पंडित नरोत्तम लाल पराशर महानगर अध्यक्ष भरत अग्रवाल वरिष्ठ किसान नेता प्रयागनाथ चतुर्वेदी आदि।




