भारतभूमि से अन्याय, असत्य और दुष्टआत्माओं को कुचलने,हाथी पर सबार होकर आगयी हैं दुर्गा माँ : समाजसेवी विष्णु सिकरवार

भारतभूमि से अन्याय, असत्य और दुष्टआत्माओं को कुचलने,हाथी पर सबार होकर आगयी हैं दुर्गा माँ : समाजसेवी विष्णु सिकरवार।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
ब्यूरो चीफ – संजय सागर सिंह।
अत्यंचारियों और दुष्टआत्माओं का नाश करने के लिए किया जाता है नवरात्र में मां भगवती का आह्वान।
सभी को अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए मां भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए : समाजसेवी विष्णु सिकरवार।
आगरा : नये भारत में माँ शेरों वाली के साधक सम्पूर्ण विश्व के कल्याण और सुख, शांति एवं खुशहाली के लिए महाशक्ति की भक्ति में लीन हैं। इस वर्ष ये महोत्सव जय माता दी और जय अंबे के उद्घोष के साथ आरम्भ हो गया हैं। इस पावन-पवित्र अवसर पर समाजसेवी विष्णु सिकरवार ने महाशक्ति माँ भगवती के सभी रूपों की आराधना – उपासना के महापर्व की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा, “भारतभूमि से अन्याय, असत्य और अत्याचार को कुचलने, माँ दुर्गा हाथी की सबारी पर सवार हो कर आगयी हैं। नवरात्र में मां भगवती का आह्वान अत्यंचारियों और दुष्टआत्माओं का नाश करने के लिए किया जाता है। समय-समय पर अलग-अलग स्वरूप धारण कर न्याय और सत्य के दो पैरों पर माँ जगदंबा अन्याय और अत्याचारी सरों को कुचलने इस पृथ्वीलोक पर आ कर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में भक्तों द्वारा श्रद्धा समर्पण भाव से मां दुर्गा की पूजा आराधना करने से मां भगवती लोक कल्याण करती है और जीवन में शांति स्थापित करती है। नारी शक्ति का यह पर्व हमें मद, मत्सर व आंतरिक विचारों पर विजय प्राप्त करने की सीख देता हैं। नवरात्रि का आयोजन देवी के नौ स्वरूपों के माध्यम से शक्ति, ज्ञान तथा ऐश्वरय के तीन महत्वपूर्ण पक्षो को प्रगट करता हैं।
श्री सिकरवार ने आगे कहा,” मां दुर्गा की पूजा से हम पर देवी शक्ति की कृपा होती है और हम सभी संकटों, रोगों, दुश्मनों और प्राकृतिक आपदाओं से बच पाते हैं। इसके अलावा शारीरिक तेज में वृद्धि होती है। मन निर्मल व आत्मिक, दैविक, भौतिक शक्तियों का लाभ मिल पाता है। प्रत्येक नर नारी जो हिंदू धर्म की आस्था से जुड़े हैं, वे किसी न किसी रूप में कहीं न कहीं देवी मां की उपासना करते ही है। फिर चाहे व्रत रखें, मंत्र जाप करें, अनुष्ठान करें या अपनी अपनी श्रद्धा भक्ति अनुसार कर्म करते हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में भक्तों द्वारा श्रद्धा समर्पण भाव से मां दुर्गा की पूजा आराधना करने से मां भगवती लोक कल्याण करती है और जीवन में शांति स्थापित करती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए मां भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए।”
आखिर में उन्होंने कहा, “इस शुभ अवसर पर हम माँ शेरो वाली से देश – प्रदेश की सुख, शांति, समृद्धि और जीव मात्र के सम्पूर्ण कल्याण की कामना करते हैं। महाशक्ति की कृपा सम्पूर्ण विश्व पर बनी रहे। माँ जगत जननी जगदम्बा सभी को अच्छा स्वास्थ्य, सुख, शांति, समृद्धि, वैभव और यश प्रदान करें,और चहुंओर आरोग्यता, खुशहाली और समृद्धि हो। शक्ति स्वरूपा माता जगदंबा की अनुकंपा से सभी का जीवन आरोग्यता से परिपूर्ण हो। मां जगदंबा की कृपा से संपूर्ण विश्व में अन्याय और अत्याचार समाप्त हो, एवं सद्भावना का संचार हो और माँ महाशक्ति की कृपा चराचर जगत पर बनी रहे, चहुंओर शांति और खुशहाली हो, आदिशक्ति माँ भगवती से यही हमारी प्रार्थना है।