कसौली पब्लिक स्कूल के बच्चों ने ध्यान करना सीखा : आचार्य डा. सुरेश मिश्रा।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कसौली (संजीव कुमारी): आदरणीय समर्थगुरु और गोविंद की कृपा से कसौली पब्लिक स्कूल कसौली में आचार्य डा. सुरेश मिश्रा द्वारा परीक्षा में उत्तीर्ण हेतु विद्यार्थियों को सुझाव और ध्यान करवाया गया। विद्यार्थियों और अध्यापकों को परीक्षा में उत्तीर्ण हेतु विशेष सुझाव और ध्यान के बारे में बताया। वर्तमान में ज्यादा रहे भूतकाल को याद मत रखे । यदि ज्ञान मुद्रा को पढ़ाई के समय लगाया जाए तो याददाश्त अच्छी रहेगी। अपने माता पिता और गुरुजनों का सम्मान करें। परिवार में एक दूसरे का सम्मान करना बहुत जरूरी है। विद्यार्थी ही भारत का आधार हैं।
सनातन धर्म में ध्यान का बहुत महत्व है क्योंकि ध्यान से ही प्रजा विकसित होती है। भगवान से प्रतिदिन प्रार्थना करे कि तेरा मंगल, मेरा मंगल और सभी जा मंगल हो। छोटे छोटे छात्रों और अध्यापकों को परीक्षा के लिए शुभकामनाए दी। कसौली पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल मंजुला सिंगला ने बताया कि विद्यालय की स्थापना 1997 में हुई थी और लगभग 100 बच्चों ने ध्यान और ज्ञान मुद्रा द्वारा तनाव से मुक्त रहने की कला सीखी। ओशोधारा के संस्थापक समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया जी का हार्दिक आभार प्रकट किया।
ओशोधारा मैत्री संघ हिमाचल के संयोजक आचार्य डा. सुरेश मिश्रा ने ओशोधारा के भागीरथ समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया जी द्वारा रचित तीर्थ से परम तीर्थ पुस्तक प्रिंसिपल मंजुला सिंगला को भेंट की गई।