कुरुक्षेत्र गीता ज्ञान और कश्मीर कश्यप ऋषि की भूमि एवं अध्यात्म का केंद्र : नायब सिंह सैनी

कुरुक्षेत्र गीता ज्ञान और कश्मीर कश्यप ऋषि की भूमि एवं अध्यात्म का केंद्र : नायब सिंह सैनी
कश्मीर हिंदुओं की संस्कृति, धार्मिक आस्था और वैचारिक धरोहर को संवर्धित करने को लेकर हरियाणा सरकार प्रतिबद्ध।
मुख्यमंत्री बोले : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से धारा-370 और 35ए हटाकर न्याय स्थापित किया।
कश्मीरी हिंदू प्रकोष्ठ की ओर से गीता ज्ञान संस्थानम में कृष्ण-कश्यप कुरुक्षेत्र तीर्थाटन का आयोजन।
हवन के साथ हुआ समारोह का शुभारंभ, झांकी यात्रा में दिखा अध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक संगम, पवित्र ब्रह्मसरोवर पर कश्मीरी हिंदुओं ने आरती में लिया हिस्सा।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 24 अगस्त : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र की धरा गीता ज्ञान और कश्मीर कश्यप ऋषि व अध्यात्म का केंद्र है। कुरुक्षेत्र और कश्मीर के बीच गहरा सांस्कृतिक संबंध हैं। कश्मीर मां शारदा की धरती है। कश्मीरी हिंदुओं की संस्कृति और धार्मिक आस्था तथा वैचारिक धरोहर को संवर्धित करने में हरियाणा सरकार प्रतिबद्ध है। इस कड़ी में पंचकूला और गुरुग्राम में कश्मीरी हेरिटेज के संरक्षण हेतु परियोजनाएं विचाराधीन हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार को कश्मीरी हिंदू प्रकोष्ठ द्वारा गीता ज्ञान संस्थानम में कृष्ण-कश्यप कुरुक्षेत्र तीर्थाटन-2025 में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। समारोह की अध्यक्षता गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने की। मुख्यमंत्री ने गीता पूजन के साथ विधिवत रूप से समारोह की शुरुआत की। मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. राज नेहरू ने अतिथियों का स्वागत किया और सीएम को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कश्मीरी हिंदू प्रकोष्ठ अपनी समृद्ध संस्कृति को बचाने और बढ़ाने के लिए अद्भुत प्रयास कर रहा है। इस दिशा में युवाओं को आगे लाए जाने की आवश्यकता है, ताकि वह अपनी संस्कृति से जुड़ें और अपनी संस्कृति रीति-नीति को और आगे लेकर जाएंगे। यह सम्मेलन कश्मीर की समृद्ध विरासत को संजोता है, जो भारत की आत्मा से जुड़ा है। कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का अमर संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर ने कई विस्थापनों की पीड़ा सही, फिर भी कश्मीरी हिंदुओं ने कर्म नहीं छोड़ा। 1990 में लाखों कश्मीरी हिंदू विस्थापित हुए, लेकिन उनकी विद्या और दृढ़ता ने उन्हें वैश्विक मंच पर स्थापित किया। यह उनके सामर्थ्य की ताकत को दर्शाता है। 19 जनवरी 1990 की रात ने कश्मीर को घायल किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कश्मीरी हिंदुओं की वेदना को समझा है और विस्थापितों के लिए अभूतपूर्व योजनाएं बनाई हैं। कश्मीरी हिंदुओं के पुनर्वास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। हरियाणा में भी लगभग कश्मीरी हिंदू रह रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार भी कश्मीरी हिंदुओं के प्रति संवेदनशील है। हरियाणा में कश्मीर हिंदू परिवारों के बेहतर जीवन यापन के लिए सरकार प्रयासरत है। हरियाणा के शैक्षणिक संस्थानों में विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के बच्चों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर अजय पंडिता, पंकज धर, अमित रैना, संजय गारू, प्रोफेसर बामजाई, प्रोफेसर अंकुश अंबदार, वीरेंद्र, एडवोकेट राजेश कौल, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेवा, स्वामी कुमार, मुकेश गर्ग सहित जम्मू-कश्मीर, मुंबई, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से आए कश्मीरी हिंदू समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
भगवान श्रीकृष्ण का कश्मीर से गहरा नाता
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का कश्मीर से गहरा नाता है। नीलमत पुराण के अनुसार, उन्होंने राजा दामोदर का वध कर रानी यशोमति का राज्याभिषेक किया। वह इतिहास की पहली महिला शासिका बनीं, जो महिलाओं के सशक्तिकरण का प्राचीनतम उदाहरण है। भगवान श्रीकृष्ण ने राजा का वध करने के पश्वात राज्य पर अपना अधिकार स्थापित करने की बजाय रानी यशोमति को विश्व की पहली साम्राज्ञी बनाया। यह हमारी संस्कृति है। श्री कृष्ण ने यशोमति को पहली साम्राज्ञी बनाकर महिलाओं को शासन का हक दिया। भाजपा सरकार इस नीति को अपनाती हैं, हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही हैं। भाजपा ने महिलाओं को राजसत्ता में उनका हक देने का कानून पास किया है।
अब भारतीय संविधान और भारतीय न्याय संहिता कश्मीर में पूर्ण रूप से लागू
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में भाजपा सरकार ने धारा 370 और 35-ए हटाकर कश्मीर में न्याय स्थापित किया। यह श्री कृष्ण के आदर्श से प्रेरित है। अब भारतीय संविधान और भारतीय न्याय संहिता कश्मीर में पूर्ण रूप से लागू है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस प्रयास ने कश्मीर को भारत में और अधिक दृढ़ता से समाहित किया है। प्रधानमंत्री की पहल पर धारा 370 हटने से कश्मीरी महिलाओं के अधिकार बढ़े हैं। गैर-स्थानीय से विवाह करने वाली महिलाएं और उनके बच्चे अब संपत्ति अधिकारों के हकदार हैं। यह महिलाओं के लिए ऐतिहासिक कदम है। जो आजादी के 70 साल तक संभव नहीं हुआ, उसे यशस्वी एवं तपस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभव किया है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कश्मीर के प्राचीन मंदिरों एवं ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया और इस संबंध में वहां के उप राज्यपाल से जीर्णोद्धार के लिए आग्रह किया है। इससे उन आस्था के केंद्रों को संरक्षित करने में एक सार्थक भूमिका रही है।
विस्थापन की पीड़ा को खत्म कर कश्मीरियों का होगा पुनर्वास
मुख्यमंत्री ने कश्मीरी हिंदुओं को आह्वान किया कि आपका संघर्ष भारत को प्रेरित करता है। यह संघर्ष विस्थापन की पीड़ा को एक दिन जरूर खत्म करेगा और सभी कश्मीरियों का पुनर्वास होगा। कश्मीर में फिर शैव-दर्शन और ज्ञान परंपरा उसी रूप में पल्लवित होगी। उन्होंने कहा कि कश्मीरी हिंदुओं की विद्या ने भारत को हमेशा समृद्ध किया है। अभिनवगुप्त जैसे दार्शनिकों ने शैव-दर्शन को बढ़ावा दिया। आदि गुरु शंकराचार्य जी ने कश्मीर की पुण्य भूमि पर तप एवं जागरण किया। कल्हण की राजतरंगिणी कश्मीर का गौरवशाली इतिहास बताती है।
कश्मीर का अध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध कुरुक्षेत्र के साथ प्रगाढ़
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि कश्मीरियों ने कुरुक्षेत्र में आकर अध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध कुरुक्षेत्र के साथ प्रगाढ़ किया है। अब श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति के तत्वावधान में श्रीनगर में बड़े स्तर पर गीता महोत्सव का आयोजन करेगी। कश्मीर की भौगोलिक और आध्यात्मिकता महान है। उन्होंने कहा कि कश्मीर आदि गुरु शंकराचार्य की तपोभूमि है।
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की उपस्थिति में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इंडोनेशिया में श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की घोषणा भी की।
इन्हें मिला अवार्ड
मुख्यमंत्री नायब सैनी और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा गायन में नीरजा पंडित को रानी यशोमति अवार्ड से सम्मानित किया। इसके साथ ही रविजी भट्ट, डॉ. अनिल कौल, रवि धर, पद्मश्री डॉ. मोती लाल मदान, विमल राय जड और डेली एक्सेलसियर को कश्यप कृष्ण अवार्ड से सम्मानित किया गया। विशिष्ट सेवाओं के लिए डॉ. राजेश चौहान व अंकुश अंबरदार को भी सम्मानित किया।




