जयराम विद्यापीठ में चल रहा है महामृत्युंजय मंत्र जाप

जयराम विद्यापीठ में चल रहा है महामृत्युंजय मंत्र जाप।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सर्वकल्याण एवं विश्व शांति की भावना से हो रहा है महामृत्युंजय मंत्र जाप।
कुरुक्षेत्र, 16 अप्रैल : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में सर्वकल्याण एवं विश्व शांति की भावना से निरंतर महामृत्युंजय मंत्र जाप अनुष्ठान चल रहा है। मंत्र जाप अनुष्ठान के साथ ही विद्यापीठ में स्थित श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर पूजन कर भगवान शंकर का आह्वान किया गया। महामृत्युंजय मंत्र जाप विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा आचार्य प. प्रतीक शर्मा एवं प. पंकज के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। आचार्य प. प्रतीक शर्मा ने बताया कि भगवान शिव की आराधना में जिन मंत्रों का जाप किया जाता है उनमें महामृत्युंजय मंत्र प्रमुख है। इस मंत्र के जाप से भगवान शिव प्रसन्न करने के साथ ही अकाल मृत्यु भी बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बात का उल्लेख शास्त्रों और पुराणों में किया गया है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि मनुष्य इस मंत्र के जाप के प्रभाव से मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है। इस मंत्र से महाकाल शिव की असीम कृपा मिलती है और मनुष्य की आयु बढ़ती है।
जयराम विद्यापीठ में जाप करते हुए ब्रह्मचारी एवं विद्यार्थी।