जग ज्योति दरबार में हुआ विकट संकष्टी चतुर्थी का विधिवत पूजन

जग ज्योति दरबार में हुआ विकट संकष्टी चतुर्थी का विधिवत पूजन।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
विघ्नहर्ता श्री गणेश बुद्धि और सद्गुणों के प्रतीक हैं : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 16 अप्रैल : जग ज्योति दरबार में बुधवार को महंत राजेंद्र पुरी एवं अन्य संत महापुरुषों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विकट संकष्टी चतुर्थी का पूजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद रहे। पूजन के उपरांत महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि भगवान शिव माता पार्वती नंदन भगवान श्री गणेश की कृपा से संकष्टी चतुर्थी पूजन को संकटों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है। भगवान गणेश की कृपा से जीवन की समस्याओं से छुटकारा पाने की कामना से ही संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि विघ्नहर्ता श्री गणेश बुद्धि और सद्गुणों के प्रतीक हैं। इस दिन पूजन करने और परम देवता की स्तुति करने से श्रद्धालुओं को ज्ञान, स्वास्थ्य, धन और सुख की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि विकट संकष्टी चतुर्थी व्यक्ति को हर विकट परिस्थिति से बचाने में लाभदायक है। भगवान श्री गणेश की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस अवसर पर पूजन के उपरांत आरती की गई और लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया गया। आरती में जगतार सिंह, नरेंद्र गुप्ता, शिवानी, निशा, मयंक, हरजीत सिंह, सुखवंत कौर, सत्या देवी, धर्मेंद्र, विशाल गर्ग, अजय राठी एवं विजय राठी भी शामिल हुए।
श्रद्धालुओं के साथ महंत राजेंद्र पुरी।