महंत राजेंद्र पुरी ने सर्वकल्याण की भावना से गुप्त नवरात्र पूजन की प्रेरणा दी।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
10 फरवरी से शुरू होगा दस महाविद्याओं का पूजन।
कुरुक्षेत्र, 31 जनवरी : गुप्त नवरात्र आराधना 10 से 18 फरवरी तक होगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष में कुल चार बार नवरात्र पूजन होता है। माघ महीने में नवरात्र गुप्त होते हैं। जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी के सेवक राज कुमार ने बताया कि महंत राजेंद्र पुरी ने गुप्त नवरात्र पूजन करने वाले श्रद्धालुओं से कहा कि सर्वकल्याण की भावना से ही पूजन करें। महंत राजेंद्र पुरी के अनुसार दूसरों का हित चाहने वालों पर मां शक्ति अपने आप प्रसन्न होती है। उन्होंने बताया कि गुप्त नवरात्र के दौरान 9 दिन तक दस महाविद्याओं की पूजा-अर्चना गुप्त तरीके से की जाती है। इसलिए इसे गुप्त नवरात्र कहा जाता है। मां शक्ति के साधकों के साथ ही तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्र बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। साधक गुप्त रूप से तंत्र-मंत्र की सिद्धि प्राप्त करते हैं। इस बार माघ गुप्त नवरात्र 10 से 18 फरवरी तक हैं। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की 10 महाविद्या प्रकट हुई थी। माघ गुप्त नवरात्र के दौरान देवी शक्ति के 32 अलग-अलग नामों का जाप, दुर्गा सप्तशती, देवी महात्म्य और श्रीमद्-देवी भागवत जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से सभी समस्याएं समाप्त होती हैं। जीवन में शांति प्राप्त होती है।
महंत राजेंद्र पुरी।