वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर सर्वकल्याण की कामना की।
कुरुक्षेत्र, 28 फरवरी : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने बुधवार को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी की शुभकामनाएं दी तथा इस का महत्व बताते हुए कहा कि संत का कार्य केवल धर्म प्रचार नहीं है। संत की समाज एवं मानव कल्याण के प्रति भी जिम्मेदारी है। उन्होंने इस मौके पर सर्वकल्याण की कामना करते हुए कहा कि संत महापुरुषों को धार्मिक प्रचार के साथ साथ अपने क्षेत्र के विकास, आपसी सौहार्द और आपसी भाईचारे को भी बढ़ावा देना चाहिए। यह नैतिक ज़िम्मेदारी भी है। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि हर बुद्धिजीवी एवं विद्वान को पता है कि सनातन के साथ अध्यात्मवाद का बड़ा गहरा रिश्ता रहा है और हमारा सनातन अध्यात्म के साथ-साथ समाज के उत्थान की भी बात करता है। उन्होंने कहा कि मेरा राजनीति में आने का उद्देश्य ही यही है कि कुरुक्षेत्र की महत्ता विश्व के कोने कोने तक पहुंचे। वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार इस कार्य को लगातार कर रही है। भविष्य में उम्मीद करता हूं कि कुरुक्षेत्र की धर्मनगरी होने के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन नगरी के रूप में विश्व स्तर पर विशेष पहचान होगी।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।