महंत राजेंद्र पुरी ने बताया मौनी अमावस्या का महत्व।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
9 फरवरी को है मौनी अमावस्या, मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर ईश्वर की भक्ति में मन लगाते हैं।
कुरुक्षेत्र, 4 फरवरी : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि हिन्दू परम्पराओं के अनुसार हर पूजन एवं त्यौहार का अपना विशेष महत्व होता है। उन्होंने बताया कि 9 फरवरी मौनी अमावस्या मनाई जाएगी। माघ अमावस्या के दिन पवित्र नदी एवं तीर्थ में स्नान किया जाता है। इसके बाद दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर ईश्वर की भक्ति में मन लगाते हैं। इसलिए इसे मौनी अमावस्या कहते हैं। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि इस दिन जप और तप करने वाले श्रद्धालु को बुरे ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है और मन को शांति मिलती है। इस दिन मौन रहकर साधना करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन साधु संत लोग मौन व्रत करते हैं।
महंत राजेंद्र पुरी।