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मास्टरजी का ‘खुशी की गारंटी’ मिशन ग्यांकक्ष शैक्षिक नेताओं के कॉन्क्लेव २०२५ में पहुंचा

मास्टरजी का ‘खुशी की गारंटी’ मिशन ग्यांकक्ष शैक्षिक नेताओं के कॉन्क्लेव २०२५ में पहुंचा

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 94161 91877

सोनीपत : ओ.पी. जिंदल यूनिवर्सिटी, सोनीपत ने १ जून २०२५ को ग्यांकक्ष शैक्षिक नेताओं के कॉन्क्लेव २०२५ का आयोजन किया, जिसमें देश भर के सैकड़ों स्कूल प्रिंसिपल और शिक्षा नेता शामिल हुए। इस कॉन्क्लेव का मुख्य विषय मानसिक स्वास्थ्य था, जो शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र में बढ़ते महत्व का मुद्दा है।
मुख्य वक्ता के रूप में मास्टरजी।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक जीवन गुरु मास्टरजी का मुख्य भाषण था। उन्होंने बाहरी शिक्षा को आंतरिक ज्ञान, कल्याण और आत्म-जागरूकता के साथ एकीकृत करने की अपनी परिवर्तनकारी दृष्टि से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद की गई प्रश्नोत्तरी सत्र में मास्टरजी ने संदेह दूर किया और छात्रों  और स्कूल प्रबंधन द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं से निपटने के लिए व्यावहारिक जानकारी दी।
आत्म-ज्ञान का महत्व।
मास्टरजी ने अपने गहरे आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन के अनुभवों से यह बताया कि हमारी भावनाएं अक्सर इच्छाओं और लगावों में उलझी हुई होती हैं, जो दुख के स्रोत बन सकती हैं। उन्होंने कहा, “हम कौन हैं इसकी अज्ञानता ही हमारे सभी दुखों का मूल कारण है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सच्चा कल्याण और सुख आत्म-ज्ञान से शुरू होता है।
मिशन ८०० करोड़
मास्टरजी ने दिसंबर २०२३ में सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्लेटफार्मों के माध्यम से अपने मिशन ८०० करोड़ की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य दुनिया के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है और जिसका नारा है “खुशी की गारंटी”। उनका दैनिक आध्यात्मिक प्रवचन, जिसे वाणी कहा जाता है, दुखों को दूर करने का एक सरल और परिवर्तनकारी समाधान है। जैसा कि वे कहते हैं, “एक वाणी सुनने से आपके सभी दुख दूर हो जाते हैं।” उनकी वार्ता उनके यूट्यूब चैनल मास्टरजी पर उपलब्ध है।

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