जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन सर्व जन कल्याण के लिए ब्रह्मचारियों ने किया दुर्गा सप्तशती पाठ।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
विद्यापीठ में हो रही है गुप्त नवरात्र पूजा।
कुरुक्षेत्र, 11 फरवरी : गुप्त नवरात्र के अवसर पर सर्व जन कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निरंतर पूजन चल रहा है। गुप्त नवरात्र के दूसरे दिन देवी तारा की आराधना की गई। इस मौके पर संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज व आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के मार्गदर्शन में ब्रह्मचारियों ने सर्व जन कल्याण की भावना से दुर्गा सप्तशती पाठ किया। धर्म को मानने वाले तथा मां के भक्तों के लिए नवरात्रों की विशेष अहमियत होती है। डा. भारद्वाज ने बताया कि प्रत्यक्ष नवरात्रों में देवी के नौ रूप और गुप्त नवरात्र में 10 महाविद्या की पूजा की जाती है। इन नवरात्रों में विशेषकर शक्ति साधना, तांत्रिक क्रियाएं, मंत्रों को साधने जैसे कार्य किए जाते हैं। नवरात्र में देवी भगवती के भक्त कड़े नियम के साथ पूजा-अर्चना करते हैं। शक्ति साधना की मदद से लोग दुर्लभ शक्तियां अर्जित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आमजन सुबह-शाम दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। मां दुर्गा को लाल रंग के पुष्प ही चढ़ाएं।
गुप्त नवरात्र के अवसर पर पाठ करते हुए।