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चित्रकला प्रतियोगिता के जरिये छात्र-छात्राओं ने फाइलेरिया उन्मूलन का दिया संदेश
अतरौलीय ब्लॉक के बुढहनपुर तहसील पर हुई टास्क फोर्स की बैठक, तैयारियों व समन्वयन पर हुई चर्चा
10 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगा ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए अभियान
स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर अपने सामने खिलाएंगे फाइलेरिया से बचाव की दवा
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आजमगढ़, 30 जनवरी 2024 ।
नेग्लेक्टेड ट्रोपिकल डिजीज (उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग) दिवस पर मंगलवार को जनपद के विभिन्न ब्लॉकों के विद्यालयों व स्कूलों में जन जागरूकता कार्यक्रम व गतिविधियों का आयोजन किया गया। दिवस पर उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों जैसे फाइलेरिया, मलेरिया, डेंगू, कुष्ठ आदि के कारण, लक्षण, जांच, उपचार, बचाव व रोकथाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जनपद में 10 फरवरी से 28 फरवरी तक चलने वाले ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए (आइवर्मेक्टिन डीईसी एल्बेण्डाजोल) अभियान के बारे में बताया। अभियान में स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर अपने सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाए जाने के बारे में जानकारी दी।
अतरौलीय ब्लॉक के बुढहनपुर तहसील पर टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। उप जिलाधिकारी (एसडीएम) प्रेम चन्द्र मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में आगामी फाइलेरिया आईडीए अभियान की तैयारियों, कार्ययोजना व समन्वयन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही फाइलेरिया उन्मूलन व उससे बचाव की दवा का सेवन करने को लेकर शपथ भी दिलाई गई। उन्होंने कहा कि सभी विभाग के प्रमुख अधिकारी 10 फरवरी को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर अभियान का शुभारंभ करें। इस दौरानप्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ सलाउद्दीन खान ने बताया कि फाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली एक लाइलाज बीमारी है। मच्छर काटने के बाद इस बीमारी के लक्षण 5 से 10 वर्षों के बाद देखने को मिलते हैं। यही वजह है कि शुरूआत में इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। फाइलेरिया एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में मच्छर के काटने से फैलता है। इस बीमारी से हाथ, पैर, स्तन और अंडकोष में सूजन पैदा हो जाती है। सूजन के कारण फाइलेरिया प्रभावित अंग भारी हो जाता है और दिव्यांगता जैसी स्थिति बन जाती है। प्रभावित व्यक्ति का जीवन अत्यंत कष्टदायक व कठिन हो जाता है।इसलिए फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन करना बेहद जरूरी है। फाइलेरिया से बचाव की दवा पूरी तरह सुरक्षित व प्रभावी है।इस मौके पर बीडीओ, सीडीपीओ, खाद्य आपूर्ति अधिकारी, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, नायब तहसीलदार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मोहनलाल अहिरौला, डॉ देवानंद कोएल्शा, बीपीएम शिवकुमार यादव, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद रहे। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य प्रतिभा देवी के नेतृत्व में करीब 225 छात्राओं को फाइलेरिया उन्मूलन एवं फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने को लेकर शपथ दिलाई गई। इस मौके पर सभी छात्राओं को उपेक्षित उष्ण कटिबंधीय रोगों जैसे फाइलेरिया समेत अन्य रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस क्रम में नगर क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित सर्वोदय पब्लिक स्कूल में करीब 40 बच्चों ने फाइलेरिया पर चित्रकला का प्रदर्शन किया। इस दौरान बच्चों ने अपनी ड्र्वाइंग में फाइलेरिया के कारण व बचाव का संदेश दिया। रानी की सराय ब्लॉक के शेख रहमत इंटर कॉलेज में 54 छात्राओं ने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया, जिसमें बच्चों ने अपनी उत्सुकता दिखाई। लालगंज ब्लॉक के श्री कृष्ण गीता राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में करीब 110 छात्र-छात्राओं ने चित्रकला प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में सभी शिक्षकों को फाइलेरिया अभियान में सहयोग करने को लेकर अपील की गई। इसी कड़ी में कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय, भगवती पब्लिक स्कूल लालगंज, जेपीआर कन्या पीजी कॉलेज रानी की सराय, केआरडी इंटर कॉलेज पकरपुर, जीपीएस पब्लिक स्कूल खजूरी, कंपोजीट विद्यालय मुबारकपुर समेत अन्य विद्यालयों में भी जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पीसीआई संस्था के जिला समन्वयक प्रणव पाण्डेय एवं ब्लॉक समन्वयक ने महत्वपूर्ण सहयोग किया।
इसके अतिरिक्त मिर्ज़ापुर ब्लॉक के उच्चतर प्राथमिक विद्यालय शाहपुर में प्रधानाचार्य के नेतृत्व में 25 छात्रों को फाइलेरिया उन्मूलन व उससे बचाव की दवा का सेवन करने को लेकर शपथ भी दिलाई गई। सरायसैफ में सामुदायिक बैठक का आयोजन कर स्टेकहोल्डर पीआरआई लीडर, कोटेदार, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पेशेंट प्लेटफॉर्म के सदस्योंसंग फाइलेरिया उन्मूलन व उससे बचाव की दवा का सेवन करने के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। मंजीरपट्टी प्राथमिक विद्यालय में भी जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के प्रतिनिधि ने महत्वपूर्ण सहयोग किया।