जफर अंसारी
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रभारी हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी ने केंद्र सरकार के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि
केंद्र सरकार ने आज आम बजट पेश किया बजट में किसानो मजदूरो नौजवानों एवं महिलाऑ के साथ-साथ उत्तराखंड की भी अनदेखी की गई है।
बजट में २५ करोड़ ग़रीबों को ग़रीबी रेखा से ऊपर उठाने का दावा किया है।वह सिर्फ़ मुंगेरी लाल के सपनों जैसा ही है।जबकि वर्तमान में ग़रीब और ग़रीब होता जा रहा है।मध्यवर्गीय भी अपनी आजीविका चलाने में असमर्थ है।जबकि इस बजट से सिर्फ़ पूँजी पतियों का ही फ़ायदा होना है।
दूसरा केन्द्रीय वित्त मंत्री ने संसद में कहा कि भारत सरकार के पी.एम. मोदी जी ने बताया उनका चार जातियों पर फ़ोकस है।जिसमें मुख्य रूप से महिला ,युवा,ग़रीब,व अन्नदाता है।
जबकि वर्तमान स्तिथि यह है।कि ग़रीब और ग़रीब होता जा रहा है।महिलायें असुरक्षित है।महिलाओं के सुरक्षा व रोज़गार की कोई योजना नहीं है।युवा बेरोज़गार है।पी.एम. का हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा भी सिर्फ़ जुमला ही साबित हुआ है।युवा भारी संख्या में बेरोज़गारी से झूझ रहे है।देश का अन्नदाता भी पूरी तरह परेशान है।ना तो उसे अपनी उपज का समर्थन मूल्य मिल रहा है।और नाही वह अब तक छोटे-छोटे क़र्ज़ों से मुक्त हो पाया है।जबकि देश के बड़े पूँजीपतियों के हजारों करोड़ के क़र्ज़े माफ़ किये जा रहे है।वहीं किसान छोटे-छोटे क़र्ज़ों के कारण आत्महत्या करने को विवश है। कितनी अजीब बात है।पहले तो मोदी जी ने 2022 तक सबको पक्के मकान देने का वादा किया था।लेकिन इस बजट में अगले सत्र में 2 करोड़ लोगों को पक्के मकान देने का वादा किया गया है। जबकि वर्तमान में जहाँ-जहाँ भी भाजपा की सरकारे है।वहाँ किसी ना किसी बहाने लोगों के मकान व दुकाने तोड़ कर सड़क पर लाने का काम किया जारहा है।
अन्त में श्री सिद्दीक़ी ने कहा कि कुल मिलाकर बजट जनविरोधी एवं लोकलुभावन होने के साथ-साथ सिर्फ़ देश के बड़े पूँजीपतियों को लाभ पहुँचाने वाला ही बजट है।