समय से चयन वेतनमान या एरियर न मिलना भी आता है उत्पीड़न की श्रेणी में : सुलोचना मौर्य

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : महिला शिक्षक संघ के तत्वावधान में एक कार्यक्रम, चंदौसी ग्रीन स्थित हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष के, प्रथम बार चन्दौसी आगमन पर उनका भव्य स्वागत किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना मौर्य ने महिला शिक्षकों की हरसम्भव मदद करने और उनका उत्पीड़न बर्दाश्त न करने की बात कही। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षिकाओं को अपने विद्यालय के साथ-साथ परिवार एवं बच्चों की भी जिम्मेदारियां होती हैं, इसलिए शिक्षिकाओं के प्रति सहानुभूति रखना, स्टाफ का नैतिक कर्तव्य भी है।
मुख्य वक्ता तृषा लोधी ने कहा कि शिक्षिकाओं को मातृत्व अवकाश, प्रसूति अवकाश एवं अन्य कार्यों को लेकर कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिससे महिला शिक्षक अपने परिवार को भी समय नहीं दे पातीं,इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।
सीमा चौधरी ने कैशलैस इलाज, एरियर भुगतान, और समय पर चयन वेतनमान लगाने की बात रखी, वहीं अर्चना पाठक ने पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को दोहराया।
इस अवसर पर सीमा चौधरी, रजनी चौहान, पूनम शर्मा, तृप्ति जैन, अंशु तेवतिया, आस्था तोमर, तृषा लोधी, ज्योति चौधरी, श्यामभवी मिश्रा, विनीता शर्मा,अर्चना पाठक, अलका शर्मा, सपना चौधरी, कंचन पांडेय, निरुपमा गोयल आदि लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन सपना चौधरी एवं अंशु तेवतिया ने संयुक्त रूप से किया।