मनुष्य जीवन की उत्कृष्टता दूसरों के लिए जीवन जीने में निहित : प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा

मनुष्य जीवन की उत्कृष्टता दूसरों के लिए जीवन जीने में निहित : प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा।

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877

मनुष्य को जीवन में अपनापन जागृत करने की जरूरत : भाई जगराम।
भारत आत्मनिर्भर बनने के संकल्प के साथ अग्रसर : प्रो. सुदेश छिक्कारा।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास हरियाणा प्रान्त एवं एसडी कॉलेज, अम्बाला के संयुक्त तत्वावधान में ज्ञानोत्सव 2080 का हुआ समापन।

कुरुक्षेत्र, 30 अप्रैल : शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास हरियाणा प्रांत एवं एसडी कॉलेज, अम्बाला के संयुक्त तत्वावधान में एसडी कॉलेज अम्बाला में रविवार को ‘राष्ट्रीय शिक्षा के संदर्भ में शिक्षा में आत्मनिर्भरता’ विषय पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दो दिवसीय ज्ञानोत्सव 2080 का समापन हुआ।
इस मौके पर हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष व हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष व केयू के पूर्व कुलपति प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि मनुष्य के जीवन की उत्कृष्टता अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीवन जीने में है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा संवेदनाओं की ओर ले जाते हुए मनुष्य के चरित्र की उत्कृष्टता का निर्माण करेगी। वहीं राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के आने से युवाओं में सर्वांगीण विकास, समग्र विकास, शिक्षा, गुरु-शिष्य परम्परा, चरित्र निर्माण का समावेश हुआ है। प्रो. शर्मा ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्री नहीं बल्कि मनुष्यता का निर्माण करना है। उन्होंने बताया कि रामकृष्ण परमहंस ने स्वामी विवेकानन्द को जब मानव मात्र के सेवा करने के बारे में समझाया तब स्वामी विवेकानन्द ने भारत वर्ष में घूम-घूम कर दीन दुखियों की सेवा करने का संकल्प लिया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
उत्तर क्षेत्र के संयोजक भाई जगराम ने उपस्थित विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि जब मनुष्य अपनी अंतरात्मा से जुड़ेगा तभी उसे कर्त्तव्य बोध होगा। उन्होंने कहा कि सीमा पर खडे़ सैनिक की भांति मनुष्य को अपनेपन का भाव जागृत करने की जरूरत है।
भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां सोनीपत की कुलपति प्रो. सुदेश छिक्कारा ने दूसरे सत्र की अध्यक्षता करते हुए भारतीय प्रबन्धन की दृष्टि से आत्मनिर्भर भारत विषय पर कहा कि भारत आत्मनिर्भर बनने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की आकांक्षा ग्लोबलिज़्म (वैश्विकता) को नए सिरे से मज़बूत करेगी तथा इस अभियान के द्वारा इंडस्ट्री 4.0 (चौथी औद्योगिक क्रांति) से भी बहुत बड़ी मदद मिलेगी.
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ब्रज प्रांत संयोजक डॉ. अलंकार ने हरियाणा प्रांत के उत्थान न्यास के ज्ञानोत्सव 2080 के भव्य आयोजन एवं नवाचार, उद्यमिता पर आधारित छात्रों द्वारा लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सभी कार्यकर्त्ताओं की सराहना एवं प्रशंसा की।
जीजेयू के पूर्व कुलपति डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद 1968, 1986 के बाद यह पहली ऐसी शिक्षा नीति है जो मनुष्य के चरित्र का निर्माण करते हुए कर्त्तव्यपरायणता नागरिक का निर्माण करने में निश्चित रूप से सहयोग करेगी। आर्य कॉलेज से डॉ. अनुपमा आर्य ने न्यास का उद्देश्य के बारे में बताया।
कार्यक्रम में डॉ. गजराज सिंह आर्य ने कहा कि शिक्षकों का कर्तव्य विद्यार्थियों का समग्र विकास करना है। वहीं उत्थान न्यास हरियाणा प्रांत के प्रो. विवेक कोहली ने कहा कि अपनी क्षमताओं को जानना ही आत्मनिर्भरता है। केयू प्रो. पवन शर्मा ने भारतीय ज्ञान परम्परा के प्रमुख सात तत्वों का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य छात्र की सुप्त शक्तियों को जागृत करना है। डॉ. संजय कौशिक ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। इस अवसर पर केयू प्रो. मंजूला चौधरी व प्रो. सुषमा यादव ने भारतीय प्रबन्धन की दृष्टि एवं ग्रामीण तकनीकी प्रोत्साहन से आत्मनिर्भर भारत की पृष्ठभूमि पर व्याख्यान दिया।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के हरियाणा प्रांत के अध्यक्ष व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने बताया कि ज्ञानोत्सव 2080 में आत्मनिर्भर भारत, चरित्र निर्माण, मातृभाषा, नवाचार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति सहित विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई जिसका आने वाले समय में सभी को लाभ होगा। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रांत संयोजक प्रो. हितेन्द्र त्यागी ने बताया कि हरियाणा प्रांत के संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा आयोजित ज्ञानोत्सव कार्यक्रम में विभिन्न प्रांतों के संयोजकों एवं सह-संयोजकों, शिक्षकों व विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शनी विजेताओं को मुख्यातिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास हरियाणा प्रांत न्यास के अध्यक्ष व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, विशिष्ट अतिथि ब्रज प्रांत संयोजक डॉ. अलंकार, प्रो. मंजूला चौधरी, प्रो. पवन शर्मा, प्रो. गोपाल प्रसाद, एसडी कॉलेज अम्बाला के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र राणा, डॉ. हितेन्द्र त्यागी, प्रो. गोपाल प्रसाद, डॉ. संजय कौशिक डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी, पूर्व कुलपति डॉ. राधेश्याम शर्मा, संरक्षक डॉ. विवेक कोहली, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. नीलिन्द्रजीत कौर संधू, डॉ. अजय अरोड़ा, डॉ. अमित शर्मा, डॉ. गजराज सिंह आर्य, डॉ. राजेश पोर, डॉ. बांके बिहारी, डॉ. संजय कौशिक, डॉ. सोनिया, डॉ. नीरज बातिश, डॉ. रेखा, डॉ. जगत नारायण, डॉ. वीरबाला, डॉ. पुनीत बंसल, दीपक वशिष्ठ, अनिल शर्मा, अमित भटनागर, विजय जांगडा, पवन शर्मा सहित विभिन्न विषयों के संयोजक व सह संयोजक सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा साध्वी दिव्या भारती ने छात्रों को प्रेरणा देते हुए सदैव नारी शक्ति का सम्मान करने पर बल दिया

Sun Apr 30 , 2023
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा साध्वी दिव्या भारती ने छात्रों को प्रेरणा देते हुए सदैव नारी शक्ति का सम्मान करने पर बल दिया फिरोजपुर 30 अप्रैल [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:= दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर बुशैहर में महिला सशक्तिकरण विषय पर एक कार्यशाला […]

You May Like

Breaking News

advertisement