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विश्व जल दिवस पर तालाबों को बचाने का संकल्प, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में हुआ सेमिनार का आयोजन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

जल संरक्षण विशेषज्ञों और कई गांवों के सरपंचों ने भी की भागीदारी।

पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में शुक्रवार को विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जल संरक्षण के साथ-साथ देहात के तालाबों को बचाने और उन्हें स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया गया। इस अभियान में आसपास की ग्राम पंचायतों, औद्योगिक इकाइयों और विश्वविद्यालय के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों की टीम गठित करने का निर्णय लिया गया है।
विषय विशेषज्ञ के रूप में पहुंचे डाइकी एक्सिस के सीईओ कमल तिवारी ने कहा कि जापान की यह कंपनी छह दशक से जल संरक्षण पर काम कर रही है। देहात के तालाबों और जल स्रोतों को बचाने के लिए हम हर तरह का सहयोग करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि डाइकी एक्सिस के संचालन में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की अहम भूमिका है।
सेमिनार में कौशल संकाय के डीन प्रोफ़ेसर आर एस राठौड़ ने कहा कि जल संरक्षण को जन-जन का अभियान बनाने की जरूरत है। उन्होंने कार्यक्रम में सम्मिलित जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वह अपने गांवों में जल संरक्षण की पहल करें । प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने इस अभियान के लिए एक टीम बनाने का सुझाव दिया, जिसमें जल संरक्षण विशेषज्ञ, औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि, सरपंच, विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी शामिल होंगे।
कार्यक्रम में पोंड मैन ऑफ़ इंडिया के नाम से विख्यात रामवीर तंवर ने ऑनलाइन माध्यम से जल संरक्षण और तालाबों के जीर्णोद्धार के गुर सिखाए। क्नोर ब्रेम्से की सीएसआर हेड रूपाली अग्रवाल ने बघोला गांव के तालाब के जीर्णोद्धार का अनुभव साझा किया।
सेवा निवृत्त आईएएस अधिकारी शिव प्रसाद ने कार्यक्रम में जल संरक्षण से संबंधित अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि शिक्षित लोगों के ऊपर यह दायित्व और भी ज़्यादा है।
हरियाणा के युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री गौरव गौतम के कार्यालय प्रतिनिधि सोनू डागर नंबरदार ने कहा कि जल संरक्षण हेतु गांव-गांव में जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। दुधौला गांव के सरपंच सुनील कुमार ने कहा कि कल के लिए जल को बचाने की आवश्यकता है। हम इसके लिए दृढ़ संकल्पित हैं। दुधौला ग्राम पंचायत इस अभियान में अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार है।
कार्यक्रम में पातली गांव के सरपंच विपिन कुमार और यादवपुर के सरपंच वीरेंद्र सिंह ने भी भागीदारी की। डॉ. भावना रूपराय ने मंच संचालन किया। डॉ. मोहित श्रीवास्तव ने आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर डीन प्रोफ़ेसर आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर ए के वत्तल, प्रोफेसर जॉय कुरियाकोजे, प्रोफेसर कुलवंत सिंह, डॉ. मनी कंवर सिंह, उप निदेशक अमीष अमेय, हेमंत कंबोज, संतोष यादव, राहुल मलिक, प्रदीप और डॉ. मनोज कुमार सहित काफ़ी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।
दीप प्रज्ज्वलित कर विश्व जल दिवस पर सेमिनार का शुभारंभ करते अतिथिगण।

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