पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को दिया आध्यात्मिक ज्ञान : ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
गीता जयंती महोत्सव मानव कल्याण संदेश का महोत्सव।
कुरुक्षेत्र, 1 दिसम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने गीता जयंती 2023 के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं अनुष्ठान पर चर्चा करते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक पौराणिक और आध्यात्मिक इतिहास रहा है। इस धरा पर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने मोह ग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया वहीं पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया है। इसके साथ-साथ अनेक महान संतों के पैर इस धरा पर पड़े हैं।
ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि कई महान संत व गुरु इस धरा पर पहुंचे हैं। इसलिए इस धरा के स्मरण मात्र से ही मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ ब्रह्मसरोवर का भी कुरुक्षेत्र के इतिहास में एक धार्मिक और पौराणिक इतिहास है। इसी सरोवर के तट पर गीता जयंती महोत्सव मानव कल्याण के संदेश एवं मोक्ष का महोत्सव है। विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इस अवसर पर के.के. कौशिक, के. सी. रंगा, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक, यशपाल इत्यादि मौजूद थे।
श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी।