देश की युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए पवित्र ग्रंथ गीता और रामायण जैसे महान ग्रंथों से आत्मसात करवाना जरुरी : भाग्यश्री

देश की युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए पवित्र ग्रंथ गीता और रामायण जैसे महान ग्रंथों से आत्मसात करवाना जरुरी : भाग्यश्री।

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
ब्यूरो चीफ – संजीव कुमारी दूरभाष – 9416191877

श्रीराम की नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि पर आने का मिला सौभाग्य। डांस, ड्रामा और म्यूजिक से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को आमजन तक पहुंचाने का कर रही है प्रयास।
गीता महोत्सव का हिस्सा बनने पर उन्हें है फक्र, महाभारत के पात्र बर्बरीक पर कर रही है नाटक की प्रस्तुति।

कुरुक्षेत्र 20 दिसंबर : बॉलीवुड की प्रसिद्घ अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए पवित्र ग्रंथ गीता और रामायण जैसे महान ग्रंथों से आत्मसात करवाना बहुत जरुरी है। इस आधुनिक दौर में जहां युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य: संस्कृति का प्रभाव पड़ रहा है, वहीं आज पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को आमजन तक पहुंचाने का कर्तव्य निभाने का प्रयास प्रत्येक मानव को करना चाहिए। इस पवित्र गीता स्थली पर आने का उन्हें सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हालांकि इससे पहले श्रीराम की नगरी अयोध्या में परफॉर्मेंस देने का अवसर मिला था।
बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में महाभारत के पात्र बर्बरीक के नाटक का मंचन करने के लिए ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में पहुंची। यहां पर बातचीत करते हुए फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि अयोध्या के बाद कुरुक्षेत्र में बर्बरीक पर नाटक करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है और सबसे अहम पहलू यह है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का हिस्सा बनने पर वे गौरवान्वित महसूस कर रही है। ऐसा लगता है कि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा उन पर बनी हुई है। कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहली बार पहुंची है। इस पावन धरा के बारे में बखूबी जानती है। इसलिए इस धरा पर आने के लिए महाभारत के अहम पात्र बर्बरीक को लेकर नाटक तैयार किया है। इस नाटक में डांस, ड्रामा और म्यूजिक को शामिल किया गया है। इस डांस, ड्रामा और म्यूजिक के माध्यम से गीता के संदेश सहजता से आमजन तक पहुंचाए जा सकते है।
उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता से जुड़े इस नाटक में एक किरदार की भूमिका निभाने में सुखद अहसास हो रहा है और आने वाले समय में अलग-अलग शहरों और देशों में पवित्र ग्रंथ गीता के संदेशों को आधुनिक वाद्य यंत्रों, म्यूजिक का प्रयोग करके आमजन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगी। मैंने प्यार किया… फिल्म और दूरदर्शन पर अमोल पालेकर के साथ किए धारावाहिक के बाद उन्हें अपने परिवार से प्यार हो गया, इसलिए परिवार को ज्यादा तवज्जो देने के लिए फिल्मी दुनिया से ज्यादा लगाव नहीं रखा। उन्होंने अपना पूरा जीवन अनुशासन में जीने का प्रयास किया और हर बार अपने माता-पिता और पति की बात को हमेशा अहमियत दी। उन्होंने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि एक फिल्म की शूटिंग चल रही है और समय आने पर उसको डिस्कलोज करेंगी।
फिल्म अभिनेत्री ने कहा कि आने वाली युवा पीढ़ी को पवित्र ग्रंथ गीता से जोड़ने के लिए गीता महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना जरुरी है। इसके साथ ही युवा पीढ़ी को अच्छी शिक्षा, संस्कार देने के साथ-साथ प्राचीन संस्कृति से रुबरु करवाने के लिए अमर चित्र कथा जैसे धारावाहिकों को तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को प्राचीन संस्कृति के साथ जोड़ने के लिए तथ्यों और साहित्यों को एंटरटेनमेंट के साथ जोड़ना जरुरी है। इसलिए बर्बरीक पर आधारित नाटक में डांस, म्यूजिक और ड्रामा को एक साथ जोड़ने का अनोखा प्रयास किया गया है। यह प्रयास निश्चित ही युवा पीढ़ी को एक नई प्रेरणा देने का काम करेगा।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा का सिलसिला जारी

Thu Dec 21 , 2023
शिविर को लेकर लोगों में बढ़ी दिलचस्पी,बड़ी संख्या में हो रहे शामिल डमरू और लटुवा में शिविर बलौदाबाजार 21 दिसंबर2023/ कलेक्टर श्री चंदन कुमार के मार्गदर्शन में बलौदाबाजार - भाटापारा जिले में 16 दिसंम्बर से शुरू हुए विकसित भारत संकल्प यात्रा निरन्तर जारी है। संकल्प यात्रा अन्तर्गत शिविर का आयोजन […]

You May Like

advertisement