धरती पर जब भी आसुरी शक्ति हावी हुई, परमात्मा ने अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की : आचार्य श्याम भाई ठाकर

धरती पर जब भी आसुरी शक्ति हावी हुई, परमात्मा ने अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की : आचार्य श्याम भाई ठाकर।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

आचार्य श्याम भाई ठाकर ने भगवान कृष्ण जन्म की कथा सुना कर श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया।

कुरुक्षेत्र, 20 दिसम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में जयराम विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव 2023 के अवसर पर चल रही भागवत पुराण की कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर ने कहा कि जब-जब भी धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुई, परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की। उन्होंने कथा में बताया कि मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर भगवान श्री नारायण ने भगवान श्री कृष्ण के रूप में माता देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया। भागवत के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए आचार्य ठाकर ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय की परिस्थितियों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा का सुनना तभी सार्थक होगा। जब उसके बताए हुए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करें। आचार्य श्याम भाई ठाकर ने कथा में कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि कंस अपनी बहन को रथ पर बैठाकर घर लेकर जाता है। तभी आकाशवाणी होती है कि हे कंस जिस बहन को तू विदा कराकर ले जा रहा है। उसी बहन की 8वीं संतान तेरी मौत का कारण बनेगी। कंस यह सुनकर दंग रह जाता है और बहन देवकी व बहनोई वासुदेव को मथुरा कारागार में बंद कर देता है। देवकी की सभी संतानों को एक एक कर मार देता है। कथा में आचार्य श्याम भाई ठाकर बताते हैं, तभी श्रीकृष्ण का जन्म होता है और कारागार के द्वार खुल जाते हैं। वासुदेव कृष्ण को लेकर गोकुल जाते हैं। यमुना पार कर वह बाल कन्हैया को यशोदा के पास सुला देते हैं और यशोदा की पुत्री को लेकर रात्रि में ही कारागार लौट आते हैं। सुबह को पहरेदार कंस को सूचना देते हैं कि देवकी ने आठवीं संतान को भी जन्म दिया है। यह सुनकर कंस दौड़ा हुआ कारागार पहुंच जाता है और देवकी की आठवीं संतान को उसकी गोद से छीनकर मारने की प्रयास करता है। तभी कन्या कंस के हाथ से छूटकर आकाश में चली जाती है और आकाशवाणी होती है, हे कंस तुझे मारने वाला धरती पर पैदा हो चुका है। कथा में भगवान श्री कृष्ण जन्म का वर्णन होने पर पूरा पंडाल खुशी से झूम उठा। मौजूद श्रद्धालु भगवान कृष्ण के जय जयकार के साथ झूमकर कृष्ण जन्म की खुशियां मनाई। कथा में जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस.एन. गुप्ता, राजेंद्र सिंघल, के.के. कौशिक, श्रवण गुप्ता, कुलवंत सैनी, टेक सिंह, पवन गर्ग, के सी रंगा, हरि सिंह, राजेश सिंगला, जयपाल शर्मा, महिला मंडल की संगीता शर्मा व संतोष यादव, रणबीर भारद्वाज, आचार्य राजेश लेखवार, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में भागवत कथा में व्यासपीठ पर कथावाचक भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर एवं आरती करते हुए श्रद्धालु। कथा में श्रद्धालुओं की उपस्थिति।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

उत्तराखंड: आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए डॉग स्क्वायड बनाने के निर्देश,

Wed Dec 20 , 2023
वी वी न्यूज देहरादून : आवारा कुत्तों के काटने से त्रस्त लोगों को राहत देते हुए शहरी विकास निदेशालय ने एसओपी जारी कर दी है। इसके तहत हर नगर निकाय को एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) मॉनिटरिंग कमेटी का गठन करने के साथ ही डॉग स्क्वाॅड बनाना होगा, जो कुत्ते के काटने […]

You May Like

advertisement