सहारा किंडरगार्टन विंग में उल्लासपूर्वक मनाया गया येलो डे

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 94161 91877
कुरुक्षेत्र : सहारा किंडरगार्टन विंग में येलो डे बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। पीला रंग,जो उज्ज्वलता, ऊर्जा और खुशी का प्रतीक है, पूरे आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा।विद्यालय परिसर को पीले गुब्बारों, फूलों और आकर्षक सजावट से सजाया गया था। नन्हें बच्चों ने पीले रंग के परिधानों में अपनी उपस्थिति से पूरे वातावरण को और भी मनमोहक बना दिया। दिन भर बच्चों ने रंग पहचान खेल, गीत, कहानी-कथन और हस्तकला जैसी गतिविधियों में भाग लिया। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों ने न केवल रंगों के महत्त्व को जाना बल्कि अपनी रचनात्मकता, अवलोकन शक्ति और सौंदर्यबोध को भी विकसित किया।शिक्षकों ने बच्चों को रंगों के जीवन में महत्त्व के बारे में सरल और रोचक ढंग से बताया तथा गतिविधियों को रोज़मर्रा जीवन से जोड़कर सीखने का अनुभव प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने स्वयं की बनाई हुई पीली हस्तकृतियाँ घर ले जाकर इस दिन को यादगार बनाया।इस अवसर पर प्रधानाचार्या श्रीमती हरप्रीत सहगल ने कहा कि आज का येलो डे केवल एक रंग का उत्सव नहीं है बल्कि यह बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और उनके जीवन में प्रसन्नता का प्रतीक है। हमारे नन्हें-मुन्ने जब खेलते- कूदते, गाते हैं, तब वे सीखने की असली प्रक्रिया का अनुभव करते हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चे केवल ज्ञान ही नहीं पाते बल्कि जीवन जीने के मूल्य और सकारात्मक दृष्टिकोण भी सीखते हैं। मैं अपने सभी शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करती हूँ और आशा करती हूँ कि हम मिलकर हर दिन को बच्चों के लिए उतना ही आनंदमय बनाएँगे जितना आज का येलो डे रहा।इसी श्रृंखला में
विद्यालय की मैनेजिंग कमेटी से जनरल सेक्रेटरी रोहित अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रंग केवल दृश्यानंद नहीं देते बल्कि बच्चों की मानसिकता और व्यक्तित्व निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पीला रंग आशा और ऊर्जा का प्रतीक है और आज के उत्सव ने यह सिद्ध कर दिया कि बच्चों को आनंद के माध्यम से सिखाना सबसे प्रभावी शिक्षा है। मैं विद्यालय परिवार को ऐसे सार्थक आयोजन के लिए बधाई देता हूँ।
येलो डे सेलिब्रेशन ने वास्तव में बचपन की भावना, उत्साह, उल्लास और उजास को जीवंत कर दिया।इस दौरान विद्यालय की मैनेजिंग कमेटी से अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।