केक काटकर मनाया सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पैंसरी का 5वां स्थापना दिवस


वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
निशुल्क चिकित्सा शिविर में जांचा मरीजों का स्वास्थ्य।
कुरुक्षेत्र, 11 मार्च : सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पैंसरी एवं संगीत कला केंद्र, महावीर सत्संग सभा शीला नगर के स्टाफ सदस्यों ने मंगलवार को केक काटकर डिस्पेंसरी व संगीत कला केंद्र का 5वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस के मौके पर डिस्पेंसरी में एक निशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में 48 बीपी व शुगर के मरीजों की निशुल्क जांच की गई। डिस्पेंसरी के सदस्यों ने बताया कि सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पेंसरी निरंतर मरीजों की सेवा में तत्पर है। डिस्पेंसरी के पांच वर्ष पूरे होने पर सभी स्टाफ और मेंबर बधाई के पात्र हैं।
11 मार्च 2020 को डिस्पेंसरी का शुभारंभ ट्रस्ट के संचालक सजन जी ने अपने कर कमलों से किया था। सदस्य जितेंद्र अरोड़ा, सतीश कुमार, मनोज गाबा, लक्की मुंजाल व अनिल चावला ने बताया कि यहां पर नेत्र रोग विशेषज्ञ, जनरल ओपीडी,दंत रोग विशेषज्ञ व फिजियोथैरिपी आदि की सुविधा उपलब्ध है। सदस्य मनोज गाबा ने बताया कि ट्रस्ट अब तक देश के विभिन्न भागों में चौदह चैरिटेबल डिस्पैन्सरी एवं लैब का कुशल संचालन कर रहा है तथा इन डिस्पैन्सरियों से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर अब तक लाखों सजन सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस डिस्पेंसरी में मरीजों को पंजीकरण के लिए मात्र 30 रुपये का शुल्क देना होगा, जोकि दो दिन तक मान्य होगा। इसके अलावा लैब में सभी टेस्ट बाजार से आधे दाम में किए जाते है। इस अवसर पर डा. विष्णु दत्त शर्मा, डा. दीक्षा सैनी, डा. काजल, हेमंत, राजू, स्वीटी, सुमन, निशा, काजल आदि मौजूद रहे। सदस्य सतीश कुमार ने बताया कि सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र को भी पांच वर्ष पूरे हुए है। उन्होंने केंद्र के निर्देशक, अध्यापक और विद्यार्थियों को बधाई दी। बताया कि पांच साल पहले यह केंद्र संगीत के साथ सबके आध्यात्मिक विकास के उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था और केंद्र अभी भी अपने उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए कटिबद्ध है। अपने संस्थापक केंद्र सतयुग दर्शन ट्रस्ट, फरीदाबाद से निरंतर मार्गदर्शन के लिए केंद्र आभार व्यक्त करता है। यह केंद्र कुरुक्षेत्र वासियों को वाद्य, नृत्य, गायन और एरोबिक्स में कम शुल्क पर सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान कर रहा है। केंद्र भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रखेगा, ऐसा भरोसा केंद्र दिलाता है।
केक काटकर डिस्पेंसरी का स्थापना दिवस मनाते चिकित्सक व स्टॉफ सदस्य।
मरीज का चेकअप करते चिकित्सक।