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बजट पूर्व चर्चा में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से दिए गए अहम सुझाव

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मंत्री गौरव गौतम और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू की उपस्थिति में हुई चर्चा।

पलवल : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में सोमवार को आयोजित बजट पूर्व चर्चा में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। इस बैठक में युवाओं को उद्यमिता और कौशल शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कई पक्ष रखे। उन्होंने कहा कि युवाओं को उद्यमिता की ओर ले जाने के लिए नीतियां बनाई जानी जरूरी हैं। उन्होंने राजकीय संस्थानों में इंक्यूबेशन सेंटर खोलने के साथ- साथ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की तर्ज पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने का सुझाव दिया। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा पोषित ऐसे सेंटर खोलने का सुझाव दिया गया जहां विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें। साथ ही कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा कौशल शिक्षा के मॉडल पर आधारित एमवॉक
और बीवॉक को सरकारी नौकरियों में विकल्प के तौर पर रखने का सुझाव भी दिया।
विद्यार्थियों ने शिक्षा पर टैक्स कम करने और स्नातकीय स्तर पर रिसर्च को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया। प्रोजेक्ट के लिए फंड निर्धारित करने के बिंदु को प्रमुखता से रखा गया। स्मार्ट इंडिया है हैकाथोन की तर्ज़ पर स्टेट लेवल का हैकाथोन आयोजित करने का सुझाव दिया गया। एम वॉक की छात्रा प्रीति, अंजली, बीटेक के विद्यार्थी कुनाल सूद और बी वॉक के विद्यार्थी मनीष सूद ने इस बजट पूर्व चर्चा में हिस्सा लिया। सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रियंका गर्ग और हेमंत कुमार भी इस बैठक में शामिल हुए।

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