Uncategorized

बिशप मण्डल इंटर कॉलेज ग्राउंड में लगाई गई 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)

बरेली : विशप मण्डल इण्टर कालेज ग्राउण्ड में आयोजित 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी ‘‘बरेली खादी महोत्सव-2024-25’’ में लगाये गये स्टॉलों में निखिल सिंह (प्रबन्धक) जानकी देवी खादी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सम्पूर्णानगर, लखीमपुर खीरी द्वारा बताया गया कि संस्था पर 153 महिलाए एवं पुरूष के माध्यम से मसलिन, कुर्ता, शर्ट, कटिया मटका, कॉटन लिलेन, कॉटन साड़ी, कॉटन लेडिज कुर्ती, कॉटन पैंट व शर्ट के साथ सदरी (खादी जैकेट), बूलन खादी शर्ट, खद्दर कुर्ता आदि के कपड़ों के साथ बहुत से कलर में कपड़े कलर न जाने की गारंटी के साथ उपलब्ध हैं। पिछले 4 दिनों में हमारे स्टॉल से लगभग 6.50 लाख की बिक्री हो चुकी है। तौलिया, गद्दा, धोती, दरी के साथ खादी के हर प्रकार के कपड़े स्टॉल पर उपलब्ध हैं।संस्था द्वारा बताया गया कि सिल्क व कटिया का कपड़ा गर्मी के दिनों के लिए बहुत ही आरामदायक होता है। इन कपड़ों से कुर्ता, सूट, शर्ट, मसलिन व कटिया कॉटन से भी सूट व शर्ट कुर्ता बनवा सकते हैं। यह भी बताया गया कि खादी के कपड़े जो हम बना रहे हैं उसमें किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं होता है और शरीर को तमाम तरीके की बीमारियों से बचाता है। हमारे खादी के कपड़ों में ऐसे बहुत सी खासियत होती है, जिसके कारण हम लोगों को गर्मी से बचाव करता है। खादी के माध्यम से शारदा नदी के पार पुरनपुर पीलीभीत तथा लखीमपुर खीरी के पलिया तहसील से जुडे़ लोगों के द्वारा मार्केट के डिमाण्ड के हिसाब से खादी धागों से कपडे़ तैयार कराये जाते हैं जो कीमत 89 रू0 से लेकर 450 रू0 तक के कपड़े बनाते हैं। चालू वर्ष में 9 माह में उनके द्वारा 1 करोड़ 18 लाख तक का खादी प्रोडक्शन व बिक्री कर चुके हैं। हमारी संस्था में जो लोग कार्य कर रहे है वह बहुत ही पिछडे़ हुए क्षेत्र से हैं जहॉ रोजगार का कोई भी साधन नहीं है। खादी में बनने वाला हर कपड़े को बहुत ही बारीकी से बनाया जाता है।
यह जानकारी परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी अजय पाल द्वारा दी गयी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Compare Listings

Title Price Status Type Area Purpose Bedrooms Bathrooms
plz call me jitendra patel