जबरन या धोखा देकर इस्लाम धर्म में दाखिल कराना नाजाइज़

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : नबिरा ए आला हज़रत तौसीफ ए मिल्लत मुफ़्ती तौसीफ रज़ा ख़ाँ ने कहा कि मीडिया और अखबारों के जरिये खबरे मिल रही हैं कि बलरामपुर के जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने गैर शरई तौर पर लोगों का धर्मांतरण कराया,जोकि इस्लाम धर्म के ख़िलाफ़ है।
किसी भी तरह की धोखाधड़ी से इस्लाम में किसी व्यक्ति को दाखिल कराना नाजाइज़ और हराम है।इस्लाम धर्म की पहचान अखलाक से है,इस्लाम हक़ की सीख देता है,और नाहक के ख़िलाफ़ हैं, छांगुर बाबा जिसका इल्म और शरीयत से कोई ताल्लुक नहीं ढोंगी बाबा मज़हब की आड़ लेकर अपनी रोटियों सेक रहे है,इस्लाम ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार करता है।आला हजरत ने हमेशा इल्म की रौशनी में लोगों को जागरूक किया है.और शरीयत जबरन धर्म परिवर्तन की इजाजत नहीं देती।तमाम मुसलमानो को ऐसे बाबाओ का हुक्का पानी बंद कर देना चाहिए जो इस्लामी चोला पहनकर लोगों को गुमराह कर रहे है।ऐसे लोगों की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।
इस्माल धर्म लोगों की मुश्किलों में मदद करने की सीख देता है जैसे कि हमारे बरेलवी मसलक से ताल्लुक रखने वाले शेख अबू बकर मुसलियार केरल ने हमारे देश की बच्ची जिसकी यमन में फांसी रूकवाई है न कि किसी का फ़ायदा उठाकर जरबन धर्मातरण करना।मरकज़ ए अलेह सुन्नत ऐसी सभी गतिविधियों के ख़िलाफ़ है.
और विरोध करता है। हमारे नबी ए पाक के किरदार और अखलाक से आज इस्लाम धर्म को मानने वाले बेशुमार है,हज़रत इमाम हुसैन और 72 शहीदों की शहादत इस बात की गवाह है कि कर्बला की जंग हक़ और बातिल के लिये हुए,आज यजीद का कोई नाम लेवा नही है,और चारो ओर इस्लाम का परचम बुलन्द है क्योंकि इस्लाम हक़ के रास्ते पर चलने का रास्ता दिखाता है।
धर्म के प्रचार-प्रसार की हर शख्स को इजाजत हासिल है। इस्लामी प्रचारक अपने मज़हब के प्रचार के किसी दूसरे मज़हब के सामने इस्लाम की खूबियां बयान तो कर सकता है।लेकिन उसे इस बात की बिल्कुल इजाजत नहीं है कि वह पहले से अपने धर्म पर अमल कर रहे उन दूसरे धर्म पर जोर व जबरदस्ती कर उन्हें इस्लाम धर्म में दाखिल करने की कोशिश करें।
छांगुर बाबा जैसे ढोंगी बाबाओ का दरगाहा आला हजरत सामाजिक बहिष्कार करता है।शिक्षा के प्रति जागरूक हो,शिक्षा के रास्ते पर चलकर ही हम अच्छे और बुरे को समझ सकते है।
अशिक्षित होने के करण ही लोग ढोंगी बाबा के बहकावे में आ जाते है और उनकी ओछी मानसिकता का शिकार बन जाते है। मीडिया प्रभारी जिया उर रहमान ने कहा कि मरकज ऐसी सभी गैर इस्लामी कार्यो का बहिष्कार करता है जो इस्लाम के खिलाफ हो।