शिक्षा, उद्यमिता, स्वदेशी एवं स्वरोजगार से बनेगा विकसित भारत: प्रो. सोमनाथ सचदेवा

ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ दिया सख्त संदेश ब्रिगेडियर अनिल कुमार मोर।
केयू में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित नवागंतुक छात्र स्वागत एवं उद्यमिता प्रोत्साहन समारोह।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 21 अगस्त : शिक्षा, उद्यमिता, स्वदेशी एवं स्वरोजगार से विकसित भारत का निर्माण होगा। जीवन में सफलता के लिए ज्ञान, कौशल और सकारात्मक दृष्टिकोण आवश्यक है। यह तीनों शिक्षा के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ है। शिक्षा वह है जो व्यक्ति के ज्ञान का बढ़ाए, आत्मनिर्भरता व चरित्र निर्माण करे। ये उद्गार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा आडिटोरियम हाल में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित नवागंतुक छात्र स्वागत एवं उद्यमिता प्रोत्साहन समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। इससे पहले कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, ब्रिगेडियर अनिल मोर, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार तथा छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कुरुक्षेत्र के उद्यमियों रमेश कुमार जैन, महेश कुमार, निकुंज अग्रवाल तथा उद्यमी प्रवीन वधवा को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इससे पहले सभी अतिथियों द्वारा क्रश हाल में छात्रों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा की एकमात्र सरकारी यूनिवर्सिटी है जिसे नैक द्वारा उच्चतम ए-प्लस-प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ है। देश में 1100 से ज्यादा सरकारी व प्राइवेट यूनिवर्सिटी है और जिनमें से 60 यूनिवर्सिटी के पास यह ग्रेड है। स्वायत्तता प्राप्त विश्वविद्यालयों की श्रेणी में विश्वविद्यालय देश में 8वें स्थान पर हैं। विश्वविद्यालय ने देश में खेलों के क्षेत्र में प्रदान की जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (माका) ट्रॉफी में पिछले दो साल में तीसरा स्थान हासिल किया है वहीं सांस्कृतिक गतिविधियों में भी कुवि सभी विश्वविद्यालयों में तीसरे स्थान पर तथा सरकारी विश्वविद्यालयों में पहले स्थान पर रहा है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने विद्यार्थियों को क्यूरोसिटी(जानने की इच्छा), क्रिटिकल थिंकिंग तथा जीवन में नवाचार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बिना इच्छा के कुछ नहीं होगा और आंख बंद कर किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए। 15 से 29 वर्ष के बीच के 37 करोड़ युवा भारत की बहुत बड़ी ताकत हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न आपरेशन सिंदूर हमारे वीर जवानों के अदम्य साहस और अद्वितीय शौर्य का जीवंत उदाहरण है जहां उन्होंने दुर्गम परिस्थितियों में असाधारण पराक्रम और अनुशासन का परिचय देते हुए राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान को सर्वाेपरि रखा। इस अभियान की सफलता हमारी सेना और हमारे शीर्षस्थ नेतृत्व के दृढ़ संकल्प, अटूट निष्ठा और मातृभूमि के प्रति उनके समर्पण का प्रमाण है।
विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर अनिल कुमार मोर ने सभी नवागंतुक छात्रों को जीवन में कड़ी मेहनत व समय के सदुपयोग तथा राष्ट्र निर्माण में युवाओं को भागीदार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर य 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था। जिसमें भारतीय सेना द्वारा 6-7 मई की रात को पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। भारतीय सेनाओं ने वैश्विक मंच पर अपनी ताकत दिखाकर सटीकता व संयम का परिचय दिया। आपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ आतंकवाद पर कड़ा प्रहार किया, बल्कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश भी दिया। भारत ने दुनिया को बताया कि आतंक के खिलाफ कहीं भी, कभी भी कार्रवाई होगी। बिना किसी सैन्य ठिकाने और रिहायशी क्षेत्र को निशाना बनाए 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जिसमें से 7 ठिकानों को इंडियन आर्मी ने व 2 ठिकानों को इंडियन एयरफोर्स ने सटीक निशाना लगाकर नेस्तानाबूद किया। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत पर किए गए हमलों तथा भारत द्वारा किए गए जवाबी हमलों के बारे में विस्तार से पीपीटी के माध्यम से बताया।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया व छात्रों को विश्वविद्यालय में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी।
डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को कहा कि छात्र कुरुक्षेत्र की धरती से कर्म करने का संदेश ले विद्यार्थी इधर उधर भटकने की बजाए अपनी पढ़ाई पर फोकस करे । मेहनत से किया गया कार्य हमेशा सफल होता है। कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल ने अंत में सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत से अपना लक्ष्य प्राप्त करें। मंच का संचालन युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, प्रो. अनिल गुप्ता, प्रो. डीएस राणा, प्रो. आनंद कुमार, प्रो. जसबीर ढांडा, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. सुशील शर्मा, प्रो. उषा, प्रो. कृष्णा, प्रो. अनिता दुआ, प्रो. विवेक चावला, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, डीन, निदेशक, शिक्षकोें सहित विद्यार्थी मौजूद थे।
क्रश हाल में आपरेशन सिंदूर को समर्पित लगाई गई प्रदर्शनी।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हाल में आपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पितः नवागुंतक छात्र स्वागत एवं उद्यमिता प्रोत्साहन समारोह के तहत् क्रश हाल में ललित कला विभाग, वूमेन स्टडी रिसर्च सेंटर, यूआईईटी व कई अन्य विभागों के विद्यार्थियों द्वारा आपरेशन सिंदूर को समर्पित व स्वनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में सेना के जवानों द्वारा किए गए अदम्य साहस व पराक्रम की जीवंत तस्वीरों को देखकर सभी मेहमानों ने सराहा। विद्यार्थियों द्वारा स्वनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी ने भी सभी को आकर्षित किया।