धूमधाम से मनाया जाएगा गुरुकुल का 113वाँ वार्षिक महोत्सव

पंजाब के राज्यपाल गुलाब चन्द कटारिया होंगे मुख्य अतिथि।
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता।
कुरुक्षेत्र,उमेश गर्ग 12 अक्तूबर : गुरुकुल कुरुक्षेत्र का दो दिवसीय 113वाँ वार्षिक महोत्सव 15-16 अक्तूबर को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। गुजरात एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी 16 अक्तूबर को होने वाले मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे जबकि पंजाब के राज्यपाल माननीय गुलाब चन्द कटारिया जी इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उक्त शब्द आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र के कौशल विकास भवन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग ने कहे। प्रेसवार्ता में गुरुकुल के निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ0 प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप एवं व्यवस्थापक रामनिवास आर्य भी मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि 15 अक्तूबर को आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान देशबन्धु आर्य ध्वजारोहण कर महोत्सव का शुभारम्भ करेंगे। इसी दिन शिक्षा, संस्कृति एवं राष्ट्र रक्षा सम्मेलन में अध्यक्ष के रूप में सभा के महामंत्री उमेद सिंह शर्मा जी उपस्थित होंगे जबकि वैदिक विद्वान् डाॅ. राजेन्द्र विद्यालंकार सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप मंे सम्बोधित करेंगे।
निदेशक डाॅ0 प्रवीण कुमार ने गुरुकुल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि महान् शिक्षाविद् एवं स्वतंत्रता सेनानी स्वामी श्रद्धानन्द जी ने 1912 में गुरुकुल कुरुक्षेत्र की स्थापना गुरुकुलीय शिक्षा के प्रचार-प्रसार के पावन उद्देश्य से की थी, जिसमें आचार्य देवव्रत जी ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ा और वर्तमान में यह गुरुकुल वैदिक संस्कारों के साथ आधुनिक शिक्षा देने वाला देश का अग्रणी संस्थान बना हुआ है। यहां से बड़ी संख्या में छात्र एनडीए के माध्यम से भारतीय सेनाओं में उच्च अधिकारी पदों पर चयनित हो रहे हैं, इसके लिए आईआईटी, नीट जैसी जटिल परीक्षाआंे में भी गुरुकुल के विद्यार्थी सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। हाल ही में एनडीए की लिखित परीक्षा में गुरुकुल के 54 छात्रों ने सफलता प्राप्त की है जो यहां के छात्रों की कुशल मेधा और समर्पित अध्यापकों की मेहनत को दर्शाता है।