बस्तर में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान का बुधवार को होगा आगाज
पखवाड़े भर चलेगी महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सशक्त करने की पहल

जगदलपुर, 16 सितम्बर 2025/ बस्तर जिले में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा। यह अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन से प्रारंभ होकर गांधी जयंती के अवसर पर समाप्त होगा। बस्तर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस राष्ट्रव्यापी पहल को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी है, ताकि जिले की महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य को मजबूत किया जा सके।
इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, एनीमिया, क्षय रोग (टीबी) और सिकल सेल रोग की सघन स्क्रीनिंग और उपचार सुनिश्चित करना है। बस्तर में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में निःशुल्क चिकित्सा जांच, गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्ड वितरण और किशोर-किशोरियों के लिए स्वास्थ्य परामर्श सत्र आयोजित होंगे।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बस्तर में विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में सिकलसेल रोग और एनीमिया की जांच पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए स्कूलों और आश्रम शालाओं में किशोर-किशोरियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर और माहवारी स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रक्तदान शिविर, आयुष्मान वय वंदना कार्ड और आभा कार्ड का वितरण और टेलीमेडिसिन सुविधा भी उपलब्ध होगी। मानसिक स्वास्थ्य के लिए टेलीमानस सेवाओं का प्रचार और भोजन में तेल व चीनी की खपत कम करने की जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
कलेक्टर बस्तर श्री हरिस एस ने उक्त अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने हेतु सभी संबंधित विभागों महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, पंचायती राज, ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन को समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो सभी गतिविधियों की निगरानी करेगा। निजी अस्पतालों, फार्मास्यूटिकल संगठनों, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के साथ साझेदारी कर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ली जाएंगी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए विशेष बैठकें आयोजित की गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सुदूर क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स तैनात करने की योजना बनाई है, ताकि ग्रामीण और अंदरूनी क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकें। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिन्हित बच्चों का उपचार और ऑपरेशन भी प्राथमिकता पर किया जाएगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य और वेलनेस के क्षेत्र में महिला स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष सत्र आयोजित होंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अभियान की प्रगति प्रतिदिन राष्ट्रीय और राज्य पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। जनसंचार माध्यमों और सूचना, शिक्षा, संचार गतिविधियों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाएगा। बस्तर की महिलाओं और समुदाय से अपील की गई है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें, ताकि स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार का संदेश हर घर तक पहुंचे।
महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को बेहतर बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस राष्ट्रव्यापी स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान की कार्ययोजना कलेक्टर श्री हरिस एस के मार्गदर्शन में तैयार कर ली गई है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक संचालित होगा, जिसमें विभिन्न सरकारी विभाग एक साथ मिलकर काम करेंगे। इसका मुख्य लक्ष्य महिलाओं, किशोरियों और बच्चों में एनीमिया, कुपोषण, और अन्य गंभीर बीमारियों की रोकथाम करना है। इसके अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग किशोरियों और महिलाओं को एनीमिया के प्रति जागरूक करेगा। इसके साथ ही, पोषण संबंधी परामर्श, मासिक धर्म स्वच्छता और भोजन में तेल-शक्कर के कम उपयोग पर भी जोर दिया जाएगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं और किशोरियों तक पोषण और स्वच्छता की जानकारी पहुंचाएगा। साथ ही, टीबी के प्रति जागरूकता और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए शपथ दिलाने का कार्य भी करेगा। पुलिस एवं नगर सेना विभाग के जवान इस अभियान में रक्तदान शिविरों के आयोजन और स्वास्थ्य शिविरों में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। युवा कल्याण एवं खेल विभाग एनसीसी कैडेट्स के माध्यम से अभियान का प्रचार-प्रसार और जागरूकता कार्यक्रम चलाएगा। शिक्षा विभाग स्कूलों में स्वास्थ्य एम्बेसडर के जरिए छात्राओं को एनीमिया और मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में परामर्श दिया जाएगा। खाद्य एवं औषधि विभाग लोगों को सुरक्षित और पौष्टिक खाद्य पदार्थों के चयन के प्रति जागरूक करेगा और भोजन में तेल, नमक, और शक्कर की मात्रा कम करने की सलाह देगा। इस अंतर्विभागीय सहयोग के माध्यम से बस्तर जिले का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अभियान का लाभ जिले के सुदूर ईलाके और कमजोर तबके तक पहुंचे।