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अपहरण, गोलीकांड और गैंगरेप में महापौर उमेश गौतम को फांसने की साजिश का पर्दाफाश

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)

बरेली : मेयर डा. उमेश गौतम को झूठे अपहरण, गोलीकांड और गैंगरेप में फांसने की साजिश का एसपी सिटी मानुष पारीक और सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने पर्दाफाश कर दिया है। इसम मामले में एक कथित डाक्टर, महिला और जिला अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं इस पूरे मामले में मेयर के राजनीतिक विरोधी भाजपा नेता को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं हैं।
कोतवाली पुलिस ने महिला द्वारा रची गई फर्जी गोलीकांड और गैंगरेप की साजिश रचने वाले उसके दोनों सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। महिला ने अपने ऊपर गोली चलवाने और गैंगरेप का झूठा मामला दर्ज कराकर पुलिस को गुमराह किया। एसपी सिटी मानुष पारीक और सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने गुरुवार को इस मामले की खुलासा किया है, लेकिन अभी इस मामले में कई और परतों को खुलना बाकी है।
एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर एसपी सिटी और सीओ प्रथम की निगरानी में विशेष जांच टीम गठित की गई। विवेचना के दौरान पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त की। रिपोर्ट में गोली से संबंधित चोट संदिग्ध पाई गई और बाद में पीड़िता ने कोर्ट में दिए बयान में गोली लगने की बात से इंकार कर दिया, जांच में स्पष्ट हुआ कि पूरी घटना फर्जी थी। इज्जतनगर के वीर सावरकर नगर निवासी सोनू उर्फ शमोली कौशिक पत्नी अनिल कौशिक के 29 मार्च को गोली लगने की सूचना पुलिस को दी थी। महिला की तहरीर पर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था।
महिला ने 2022 में भी एक फर्जी गैंगरेप और नशीला पदार्थ खिलाने का मामला दर्ज कराया था। उसमें में भी मेयर डा. उमेश गौतम को निशाना बनाया गया था। मामले में जांच के बाद उसे झूठा पाया गया और महिला के खिलाफ कोर्ट में 182 की रिपोर्ट भेजी गई थी। उसकी अगली सुनवाई 25 अप्रैल को होनी है। महिला को आशंका थी कि अदालत से उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। कार्रवाई से बचने और मेयर को ब्लैकमेल करने के लिये उसने एक नई साजिश रचकर खुद को गोली मारने का नाटक किया।
महिला अपनी बेटी का मेडिकल बनवाने के लिये कई साल पहले जिला अस्पताल गई थी। यहां उसकी मुलाकात जिला अस्पताल के वार्ड ब्वॉय रोहताश से हुई। पुरानी जान पहचान के चलते महिला ने रोहताश से मदद मांगी। रोहताश ने जिला अस्पताल में गोली प्लांट कराने के इनकार कर दिया। उसने दस हजार रुपये लिये। कहा कि वह संजयनगर में एक कथित डाक्टर से उसका काम करवा देगा। महिला ने बताया कि एक अधिवक्ता ने उसे राय दी थी कि वह ऐसा करे।
रोहताश के कहने पर झोलाछाप डॉक्टर शराफत खां ने पांच हजार रुपये लेकर महिला के शरीर को सुन्न कर उसमें .32 बोर का खोखा प्लांट कर दिया। इसके बाद महिला ने 29 मार्च को पुलिस को सूचना दी कि 5 अज्ञात लोगों ने उसके साथ गैंगरेप कर उसे गोली मार दी। पुलिस ने इस पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दिया है। मामले में महिला और उसकी साजिश के साझेदार रोहताश और डॉक्टर शराफत खां को हिरासत में लिया गया है। सूत्रों का मानना है कि इस फर्जी गोलीकांड और गैंगरेप की कहानी का सूत्रधार कोई और ही है। पुलिस उनका कनेक्शन खोज रही है।

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