श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में रंगभरी एकादशी पर हुई भगवान भोलेनाथ की पूजा

ब्यूरो चीफ – संजीव कुमारी।
भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती की पूजा से है रंगभरी एकादशी : महंत जगन्नाथ पुरी।
कुरुक्षेत्र, 10 मार्च : मारकंडा नदी के तट पर स्थित श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में रंगभरी एकादशी के अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सानिध्य में भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती की पूजा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ की गई। रंगभरी एकादशी पूजा में सतबीर सिंह सैनी, सोनिया, मन्नत सैनी, माही सैनी, रविंद्र सैनी, रीटा सैनी, खुशी, मुस्कान, हर्षप्रीत व निर्मला गिरी इत्यादि श्रद्धालु शामिल हुए। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि रंगभरी एकादशी का संबंध भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती से है। शेष सभी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा होती है। यह हर साल फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रंगभरी एकादशी मनाई जाती है। इसी दिन आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी भी होती है। उन्होंने बताया कि यह एक ऐसा दिन है कि श्रद्धालु भगवान शिव और भगवान विष्णु दोनों की पूजा करते हैं। साल भर में ऐसे मौके बहुत कम आते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि रंगभरी एकादशी के दिन विवाह के बाद पहली बार भगवान शिव माता पार्वती को लेकर अपनी नगरी काशी आए थे। तब शिव गणों और भक्तों ने माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ का गुलाल से स्वागत किया था। तब से हर साल रंगभरी एकादशी पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा होती है। रंगभरी एकादशी पूजन उपरांत आरती हुई एवं प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, दलबीर सिंह, महेंद्र सिंह, रणधीर सिंह, अंग्रेज सिंह, नाजर सिंह, सुक्खा सिंह, विजय, बिल्लू पुजारी इत्यादि भी मौजूद रहे।
महंत जगन्नाथ पुरी एवं श्रद्धालु अभिषेक व पूजन करते हुए।