जग ज्योति दरबार में फुलेरा दूज पर हुई भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार में पूजा के साथ हुई फूलों की वर्षा।
कुरुक्षेत्र, 1 मार्च : हर वर्ष की भांति जग ज्योति दरबार में फुलेरा दूज का उत्सव उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। महंत राजेंद्र पुरी ने शनिवार को विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ फुलेरा दूज का पूजन कर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने फुलेरा दूज की पूजा का महत्व भी बताया। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा का विधान है। फुलेरा दूज का त्यौहार ब्रज में मुख्य रूप से मनाया जाता है, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के साथ फूलों की होली खेली जाती है और उन्हें फूल, फल, मिठाई का भोग लगाया जाता है। इसी मौके पे ब्रज के मंदिरों की भांति भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को फूलों से सजाया गया और उन पर जमकर फूल बरसाए गए। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज मनाई जाती है। यह पर्व भगवांन श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विवाह और दूसरे मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है। ब्रज के मंदिरों में इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को फूलों से सजाया जाता है और उन पर जमकर फूल बरसाए जाते हैं। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि फुलेरा दूज के दिन पति पत्नी को मिलकर राधा कृष्ण की पूजा करनी चाहिए। दोनों के साथ मिलकर पूजा करने से आप पर राधा रानी की कृपा होगी और दोनों का रिश्ता पहले से अधिक मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इस फुलेरा दूज दिन भगवान कृष्ण ने फूलों से होली खेली थी और आज से ही होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती है।
जग ज्योति दरबार में श्रद्धालुओं के साथ पूजन करते हुए महंत राजेंद्र पुरी।