महर्षि वाल्मीकि ने जीवन में भक्ति की राह पर चलने का मार्ग प्रशस्त किया : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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महंत राजेंद्र पुरी ने सनातन धर्म के प्रचार के लिए दिया संदेश।
कुरुक्षेत्र, 28 अक्तूबर : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने विभिन्न गांवों के दर्जनों कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। सनातन धर्म और भगवान श्री राम के जीवन बारे प्रचार प्रसार किया। महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती के उपलक्ष में आयोजित भंडारे एवं सत्संग में पहुंचे भक्तजनों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता हैं जो आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने संस्कृत में रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि श्री राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्तव्य से परिचित करवाता है।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जीवन अच्छे कर्मों और भक्ति की राह पर चलने का मार्ग प्रशस्त करता है।
गांव उदारसी में सत्संग और सनातन प्रचार के कार्यक्रम में पहुंच कर महंत राजेंद्र पूरी ने हिंदू और सनातन को मानने वालों के लिए संदेश दिया कि त्योहारों का महीना चल रहा है। हमें अपने देवी देवताओं और इष्ट की पूजा करनी चाहिए।
श्रद्धालुओं एवं संतों के साथ महंत राजेंद्र पुरी।